महाराष्ट्र में बहुमत के बाद भी सरकार को डर क्यों - भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार द्वारा विधानसभाध्यक्ष पद के चुनाव में खुले मतदान का तरीका अपनाने के लिए नियमों में बदलाव की योजना बनाए जाने की खबर है। इसे लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फड़णवीस ने बृहस्पतिवार को सवाल किया कि सदन में बहुमत होने के बाद भी राज्य सरकार क्यों डरी हुई है? भाजपा नेता ने कहा कि यह कदम यह बताता है कि एमवीए सहयोगियों को न केवल एक दूसरे पर बल्कि उन्हें अपने विधायकों पर भी विश्वास नहीं है। फड़णवीस ने कहा कि तीन दलों वाली यह गठबंधन सरकार अपने ही भार तले दब जाएगी। ऐसा होने पर उनकी पार्टी राज्य में एक वैकल्पिक सरकार मुहैया कराएगी।
विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस मुंबई के रामभाऊ म्हाल्गी प्रबोधिनी में संवाददाताओं से बात कर रहे थे। नाना पटोले के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के लिए इस पद से इस्तीफा देने के बाद फरवरी से ही विधानसभाध्यक्ष का पद खाली है। परंपरा के अनुसार अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित होते हैं। अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए राज्य सरकार द्वारा नियमों में बदलाव पर विचार किए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर फड़णवीस ने कहा, 'अगर आपके पास बहुमत है तो आप क्यों डर रहे हैं और आप नियमों में बदलाव क्यों कर रहे हैं? आप क्यों खुला मतदान चाहते हैं? इसका मतलब है कि एमवीए गठबंधन को न तो एक-दूसरे पर और न ही अपने विधायकों पर भरोसा है।' उन्होंने कहा, 'विधायी नियमों में किसी भी तरह का परिवर्तन करने के लिए अध्यक्ष द्वारा बैठक बुलाई जाती है। उपाध्यक्ष के पास यह शक्ति नहीं है। अध्यक्ष के बिना इस तरह की बैठक वैध नहीं है।'
सूत्रों ने बताया कि अध्यक्ष पद का चुनाव कराने के लिए सरकार नियमों में बदलाव पर विचार कर रही है। हाल में ही इस संबंध में पहली बैठक हुई लेकिन अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जब यह मुद्दा हमारे सामने आएगा तो हम इस पर अपना पक्ष रखेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले अगले विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने की बात करते हैं तो राकांपा के अध्यक्ष उनका प्रतिकार करते हैं और पवार से मिलने वाले कांग्रेस नेता पटोले को साथ नहीं रखते हैं, यह दिखाता है कि सत्तारूढ़ गठबंधन में क्या चल रहा है।
फड़णवीस ने कहा, 'हम मजबूत विपक्ष की भूमिका अदा कर रहे हैं। मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि यह सरकार अपने ही भार तले दब जाएगी। मैंने ऐसा होने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है। जब ऐसा होगा तो हम एक वैकल्पिक सरकार बनाएंगे।' एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि एमवीए के सहयोगी एक-दूसरे से लड़ेंगे, लेकिन वे त्रिदलीय सरकार को गिरने नहीं देंगे।