बीजेपी-कांग्रेस-एनसीपी-सपा के विरोध के बाद पीछे हटी शिवसेना, मेयर किशोरी पेडणेकर ने संभाला मोर्चा
मुंबई : प्रॉपर्टी टैक्स के मुद्दे पर चौतरफा घिरी शिवसेना की तरफ से मेयर किशोरी पेडणेकर ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि मुंबईकरों पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं लादा जाएगा। उन्होंने कहा कि मुंबई में एक साल तक प्रॉपर्टी टैक्स में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी। पेडणेकर ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने का सिर्फ प्रस्ताव आया है, उसे मंजूरी नहीं मिली है। बता दें कि प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने के प्रस्ताव पर विपक्षी दलों भाजपा, कांग्रेस, राकांपा, सपा एवं आम आदमी पार्टी ने शिवसेना पर जोरदार हमला बोला, जिसके कारण शिवसेना बैकफुट पर आ गई। भाजपा एवं कांग्रेस तो इसे अभी से चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश करने लगी हैं।
बीएमसी कानून के तहत प्रॉपर्टी टैक्स में हर पांच वर्ष बाद सुधार किया जाता है। 2015 में इसमें सुधार किया गया था। उसके बाद वर्ष 2020 में ही इसमें सुधार होना था, लेकिन कोरोना संकट के कारण राज्य सरकार ने वृद्धि को स्थगित कर दिया था। जून 2021 में उसमें रेडीरेकनर दर के अनुसार 14 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव बीएमसी प्रशासन ने स्थायी समिति में पेश किया है। प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने के प्रस्ताव पर भाजपा ने शिवसेना को होटल मालिकों और बिल्डरों की हितैषी पार्टी बताया है। बीएमसी में भाजपा गुट नेता प्रभाकर शिंदे ने आरोप लगाया कि होटल व्यवसायियों, बिल्डरों व ठेकेदारों का करोड़ों रुपये माफ करनेवाली बीएमसी कोरोना संकट के दौरान मुंबईकरों पर टैक्स का बोझ लाद रही है। अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा कि वह मुंबई में 500 वर्गफुट से कम क्षेत्रफल वाले घरों का प्रॉपर्टी टैक्स माफ करनेवाले वादे से मुकर गए। राज्य में शिवसेना की डेढ़ साल से सरकार है, लेकिन मुंबईकरों के 500 वर्गफुट के घरों का प्रॉपर्टी टैक्स माफ नहीं किया गया।