Latest News

मुंबई, सैंडहस्र्ट रोड को भायखला स्टेशन से कनेक्ट करनेवाले हैंकॉक ब्रिज के निर्माण का सबसे कठिन कार्य कल पूरा हो गया। रेलवे और मनपा ने समन्वय स्थापित कर दो ब्लॉक की मदद से रेलवे ट्रैक के ऊपर गर्डर स्थापित करने का कार्य पूरा कर लिया। ६७६ मीट्रिक टन के गर्डर को करीब ८ घंटे का ब्लॉक लेकर लॉन्च किया गया। ब्लॉक लेकर किए गए सारे काम करीब २७८ घंटों के काम के बराबर था। गार्डर लॉन्च होने के बाद अब अन्य कार्यों को पूरा कर नवंबर में इसे यातायात के लिए शुरू करने की योजना है। योजना के मुताबिक सब कुछ ठीक रहा तो नवंबर से ब्रिज खुल जाएगा।

मुंबई के रेलवे ट्रैक पर स्थित इस सबसे पुराने ब्रिज को जनवरी २०१६ में तोड़ा गया था। इसके बाद कई टेंडर निकले, कई कोशिश हुर्इं लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। इसमें मनपा और रेलवे को मिलकर काम करना था। मनपा ने अपने हिस्से का काम कुछ दिनों पहले कर लिया लेकिन रेलवे के हिस्से में काम करने के लिए ट्रेनों को ब्लॉक लेकर रोकने की जरूरत थी।

मध्य रेल मुंबई मंडल ने हैंकॉक रोड ओवर ब्रिज के पुनर्निर्माण के ट्रायल पुल और गर्डर लॉन्च के लिए स्पेशल और मेगा ब्लॉक लिया। रेलवे ने बताया कि ६ जून और ७ जून को ३ घंटे की अवधि में ८ रेलवे ट्रैक पर नोज मेथड लॉन्च करके हैंकॉक आरओबी का दूसरा कैरिजवे का गर्डर लॉन्च हुआ। इसी दौरान दूसरा हिस्से पर भी काम किया और ५ घंटे की अवधि के दो ट्रैफिक ब्लॉक में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया।

हैंकॉक ब्रिज मुंबई में सैंडहस्र्ट रोड और भायखला के उपनगरीय रेलवे स्टेशनों के बीच स्थित एक पुराना पुल था। पुल का निर्माण १८७९ में ब्रिटिश काल के दौरान किया गया था। इसका नाम कर्नल एच. एफ. हैंकॉक के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने उस अवधि के दौरान तत्कालीन मुंबई नगर निगम के सदस्य और अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। जनवरी २०१६ में पुनर्निर्माण के लिए इसे पूरी तरह से ध्वस्त करने से पहले १९२३ में इसका पुनर्निर्माण किया गया था।

ब्रिज के अभाव में मझगांव-भायखला के बीच के निवासियों और वाहनों के परिचालन में दिक्कत हो रही थी। मसले को गंभीरता से लेते हुए बीएमसी द्वारा नया ब्रिज बनाने का निर्णय लिया गया था। इस ब्रिज के निर्माण की शुरुआत कुछ महीने पहले की गई।

रेलवे ने बताया कि सभी विभागों के लगभग ९०० श्रमिकों ने इन ब्लॉकों के अवसर का पूरा उपयोग किया और अन्य कार्यों को अंजाम दिया, जिनमें कई ब्लॉकों की आवश्यकता पड़ती। ब्लॉक के दौरान, प्रमुख सिग्नल और दूरसंचार दो सिग्नल इकाइयों को बदलने, ३७ कॉन्टिन्युटी बांडों को बदलने, १७ ट्रैक लीड तारों को बदलने और इंजीनियरिंग विभाग के समन्वय से ६ चिपके हुए जोड़ों, ३ रॉडिंग सेटों को टंग और स्टॉक रेल के साथ बदलने जैसे काम किए हैं।


Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement