राज्य में वैक्सीन डोज खत्म होने की कगार पर, 26 सेंटर रहेंगे बंद
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना महामारी का संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा है. इस बीच राज्य में वैक्सीन डोज खत्म होने की कगार पर हैं. जिस वजह से मुंबई में 72 में से 26 प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर पर टीकाकरण रोक दिया गया है. राज्य सरकार के मुताबिक अब महाराष्ट्र में केवल एक से दो दिन के ही डोज बचे हैं. कोविड-19 के मामलों में तेज वृद्धि के बीच बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने दावा किया है कि गुरुवार को टीके की कमी के कारण मुंबई के 25 निजी अस्पतालों में लोगों को टीके की खुराक नहीं दी जा सकी.
शहर के नगर निगम ने एक बयान में कहा है कि टीकाकरण के लिए मंजूर 71 केंद्रों में से 26 पर टीके की खुराक नहीं दी जा सकी क्योंकि इन निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीके उपलब्ध नहीं थे.
बीएमसी के एक बयान में कहा गया कि बाकी केंद्रों पर टीके की खुराक दी गयी लेकिन केवल एक दिन के लिए ही टीके उपलब्ध हैं व निगम और टीके उपलब्ध करवाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है.
मुंबई में कुल 120 टीकाकरण केंद्र चलाए जा रहे हैं इनमें से 49 का संचालन महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी कर रहा है. बयान में कहा गया कि इन केद्रों पर हर दिन 40,000 से 50,000 लोगों को टीके की खुराकें दी जाती हैं.
वहीं प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) प्रदीप व्यास का कहना है बुधवार की सुबह तक राज्य में करीब 14 लाख वैक्सीन डोज थी. कई जिलों में आज या कल तक स्टॉक खत्म हो जाएगा. केंद्र को इस बात की जानकारी है और हमने लिखित में उन्हें बताया है.’
महाराष्ट्र के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे का कहना है कि महाराष्ट्र में वैक्सीन का सिर्फ तीन दिन का स्टॉक बचा है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा राज्य में ऑक्सीजन सिलिंडर की भी कमी हो रही है. स्वास्थ्यमंत्री टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र के ज्यादातर टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन की पर्याप्त खुराकें नहीं हैं. अभी हमारे पास वैक्सीन की सिर्फ 14 लाख खुराकें हैं, जो मुश्किल से तीन दिन के लिए पर्याप्त होंगी.
महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन की डोज खत्म होने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना के नियंत्रण के लिए महाराष्ट्र सरकार का जिम्मेदारी से कार्य न करना समझ से परे है. वैक्सीन आपूर्ति की निगरानी लगातार की जा रही है और राज्य सरकारों को इसके बारे में नियमित रूप से अवगत कराया जा रहा है. इसके बावजूद लोगों में दहशत फैलाना मूर्खता है.
उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि राज्य कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में पीछे नहीं है, और उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि इस प्रयास में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए.
वह देश में कोरोना वायरस स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई बैठक के दौरान बोल रहे थे.