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मुंबई : मुंबई के कालीना स्थित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) ने अपने प्रारंभिक विश्लेषण में पाया है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर खड़े एसयूवी से बरामद जिलेटिन की छड़ें कम क्षमता का विस्फोट करने में सक्षम थीं और उनसे बड़ी क्षति होने की आशंका नहीं थी। एक अधिकारी ने शनिवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि एफएसएल ने विश्लेषण के दौरान जिलेटिन की छड़ों के अंदर अमोनियम नाइट्रेट पाया। अधिकारी ने कहा, 'जिलेटिन की छड़ों के अंदर अमोनियम नाइट्रेट मिला है। प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि विस्फोटक कम क्षमता का विस्फोट करने में सक्षम था और इसके कारण बड़ा नुकसान होने की आशंका बहुत कम थी।' उन्होंने कहा कि इस तरह के विस्फोटकों का इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों में कुआं खोदने, सड़क निर्माण कार्य और अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला संबंधित एजेंसी को अगले दो दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। कालीना एफएसएल उस एसयूवी का भी विश्लेषण कर रहा है जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें पाई गई थीं। अधिकारी ने कहा, 'रसायन विशेषज्ञों की मदद से एफएसएल वाहन के चेसिस नंबर का पता लगाने का प्रयास करेगा ताकि यह जाना जा सके कि क्या यह बदला गया है। इससे हमें एसयूवी के वास्तविक मालिक के बारे में जानने में मदद मिलेगी और यह भी पता चल सकेगा कि यह किसके नाम से पंजीकृत था।


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