पूरा हुआ अपने घर का सपना!… विस्थापितों को मिला आशियाना
ठाणे, ठाणे मनपा की सड़क विस्तारीकरण व अन्य योजनाओं में अनेक लोगों के घर तथा व्यावसायिक गाले तोड़े गए थे। इस काम में विस्थापित हुए परिवारों को मनपा ने भटकने नहीं दिया। उन्हें खुद का घर देने का निर्णय लेनेवाली ठाणे मनपा देश की पहली महानगरपालिका है। विस्थापित परिवारों को घर आवंटित करने के मकसद से काशीनाथ घाणेकर नाट्य गृह में आयोजित एक समारोह में महापौर नरेश म्हस्के ने यह विचार प्रकट किया।
शनिवार को आयोजित इस समारोह में महापौर म्हस्के के हाथों विस्थापित परिवारों को घर आवंटित किए गए। इस अवसर पर उपमहापौर पल्लवी कदम, स्थायी समिति सभापति संजय भोईर, पूर्व विरोधी पक्ष नेता प्रमिला केणी, शिवसेना गटनेता दिलीप बारटक्के, नगरसेवक नरेश मणेरा, सुधीर कोकाटे, नगरसेविका साधना जोशी, उपायुक्त अश्विनी वाघमले, वृक्षप्राधिकरण सदस्या संगीता पालेकर (दवणे), कार्यालय अधीक्षक महेश आहेर सहित विस्थापित परिवारों के लोग मौजूद रहे।
६०६ विस्थापितों को लाटरी पद्धति से घरों का आवंटन किया गया। पिछले वर्ष कोविड-१९ की वजह से आवंटन प्रक्रिया में देरी हुई है। इसकी वजह है कि उन घरों को क्वॉरंटीन सेंटर में तब्दील कर दिया गया था। मरीजों की संख्या कम होने पर घरों की विधिवत साफ-सफाई करने के बाद उसे विस्थापितों में आवंटित करने का निर्णय लिया गया।
आवंटित घर अपने नाम करने के लिए घर का रजिस्ट्रेशन सरकारी दर के हिसाब से करना है, दलालों के चक्कर में न पड़ने की सलाह महापौर ने उन्हें दी है। घोडबंदर रोड, आनंदनगर नाका, ग्रेंड स्क्वॉयर कॉम्प्लेक्स, बुधाजी नगर, शास्त्री नगर, हत्ती पुल, आनंद नगर, वाघबील, कावेसर, जोगिला तलाव, ब्रह्मांड, गांवदेवी, कोलशेत, डोंगरीपाड़ा, जोगिला तलाव, पोखरण नं. १, पारसिक, कलवा आदि में विस्थापित ६०६ परिवारों को घर उपलब्ध करा दिया गया है।