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मुंबई : मुंबई पोर्ट ट्रस्ट ( बीपीटी) की जमीन पर बने झोपड़ों व चॉल में अब बीएमसी की पानी आपूर्ति होगी। इससे भायखला, शिवडी, डॉकयार्ड रोड, वडाला व माटुंगा तक बीपीटी की जमीन पर बसे लाखों लोगों को फायदा होगा। बीएमसी इन इलाकों में अवैध पानी की पाइपलाइन निकाल कर वहां नई पाइपलाइन डालेगी, जिससे लोगों को पानी आपूर्ति की जाएगी। यहां रहने वाले वर्षों से पानी माफिया व टैंकर लॉबी से परेशान थे।

स्थानीय नगरसेवक सचिन पडवल ने कहा कि मुंबई में म्हाडा की जमीन बनी चॉल में बीएमसी की तरफ से पानी आपूर्ति होती है, लेकिन बीपीटी की जमीन पर बनी चॉल में बीएमसी की पानी आपूर्ति नहीं होती थी। यहां एक प्राइवेट कंपनी के लिए सिर्फ बीएमसी पानी की सप्लाई करती थी। यह कंपनी काफी समय पहले बंद हो गई है, इसके बावजूद पानी आपूर्ति करनेवाली पाइपलाइन से अवैध तरीके से पानी की चोरी होती है। इस पानी का बिल बीएमसी , बीपीटी को भेजती है, लेकिन बीपीटी बिल नहीं भरती है। इसलिए वर्षों से पानी बिल का बकाया है।

बीपीटी की जमीन पर करीब 15 हजार घर, अनेक गोदाम और सर्विस सेंटर है। जहां अवैध तरीके से पानी की आपूर्ति की जाती है। यहां पानी की नई पाइपलाइन डाल कर बीएमसी लोगों को वैध तरीके से पानी की आपूर्ति करेगी जिससे बीएमसी को करीब 15 से 20 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। म्हाडा, बीपीटी, बेस्ट व पीडब्ल्यूडी विभाग की जमीन पर चॉल व झोपड़ों सहित इस परिसर के केंद्र व राज्य सरकार के कर्मचारियों और अधिकारियों की कॉलोनी में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बीएमसी प्रशासन ने एक परिपत्रक निकाल कर परिमशन दिया है। इसी आधार पर बीएमसी जल विभाग ने बीपीटी की जमीन पर पानी की नई पाइपलाइन डालने के लिए टेंडर मंगाया है। इसके लिए 11 करोड़ 22 लाख रुपये का अनुमानित खर्च है। इस संबंध में बीएमसी के चीफ इंजिनियर ( वॉटर) अजय राठौर से संपर्क करने की कोशिश की गई, पर संपर्क नहीं हो सका।


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