चाइल्ड पोर्नोग्राफी : पुलिस ने जारी किए खौफनाक आंकड़े
मुंबई : देश में चाइल्ड पोर्नोग्राफी एवं महिलाओं से यौन शोषण करने के सर्वाधिक मामले और इन आरोपों में सबसे अधिक गिरफ्तारियां महाराष्ट्र में दर्ज की गई हैं। यह जानकारी महाराष्ट्र पुलिस के महिला एवं बाल अपराध प्रतिबंध विभाग ने जारी की है। विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक राजवर्धन के अनुसार, चाइल्ड पोर्नोग्राफी के 161 मामले दर्ज किए गए, जिनमें शामिल 55 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह देश में सर्वाधिक आंकड़ा है।
इसके अलावा महिलाओं से संबंधित और उनकी सहूलियत के लिए जीरो FIR भी विभिन्न पुलिस स्टेशनों में काफी संख्या में दर्ज की गई हैं। 2019 में जीरो FIR के 604 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2020 में 482 मामले जीरो FIR के दर्ज हुए हैं। इन सभी मामले कि जांच के लिए संबंधित पुलिस स्टेशनों में भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि जीरो FIR प्रक्रिया में पीड़िता को अपनी सहूलियत के हिसाब से पुलिस स्टेशनों का चुनाव करना पड़ता है, जहां वह आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करवा सकें। पहले जहां घटना घटी हो, वहीं जाकर FIR दर्ज करवानी पड़ती थी। इससे महिलाओं से संबंधित काफी मामले दर्ज हो ही नहीं पाते थे। जीरो FIR प्रक्रिया लागू होने से महिलाओं से जुड़ी घटनाओं में न सिर्फ कमी आई है, बल्कि महिलाएं भी अपने अधिकारों को समझते हुए आरोपियों के खिलाफ आवाज उठाने से पीछे नहीं हट रही हैं।
पिछले साल महिलाओं से जुड़ी आपराधिक घटनाओं में कमी देखी गई थी। महिलाओं से संबंधित अपराधों पर नकेल कसने में मुंबई पुलिस भी अव्वल रही है। मुंबई पुलिस द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में दुष्कर्म के 693 केस पुलिस ने दर्ज किए थे। वहीं, 2019 में दुष्कर्म के 913 मामले सामने आए थे। इसका मतलब 2020 में दुष्कर्म के मामले में कमी आई थी। पुलिस के अनुसार, दुष्कर्म के अलावा महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं भी कम घटी हैं। 2020 में छेड़छाड़ के 1722 केस दर्ज हुए, जबकि 2019 में छेड़छाड़ के 2393 मामले दर्ज हुए थे।