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ठाणे : कोरोना काल में अधिक बिल भेजे जाने और ग्राहकों को सहूलियत नहीं देने आदि जैसे बिजली बिल समस्याओं को लेकर ठाणे भाजपा की तरफ से राज्य सरकार के विरोध में जोरदार आंदोलन किया गया. वागले इस्टेट स्थित महावितरण के ठाणे मुख्यालय सहित शहर के विभिन्न 12 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया गया और बिजली बिल की होली जलायी गयी. इस अवसर पर भाजपा की तरफ राज्य की ठाकरे सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की गयी.

भाजपा नेताओं ने बिजली बिल को वापस न लेने को लेकर राज्य सरकार पर जनता के साथ विश्वास घात करने का आरोप लगाया. महावितरण कार्यालय के समक्ष हुए आंदोलन में भाजपा के सांसद विनय शहस्रबुद्धे, पूर्व सांसद किरीट सोमैया, पूर्व मंत्री व विधायक रविंद्र चव्हाण, शहर भाजपा अध्यक्ष निरंजन डावखरे, विधायक संजय केलकर, मनपा गटनेता संजय वाघुले, प्रदेश सचिव संदीप लेले, महिला आघाड़ी की अध्यक्षा मृणाल पेंडसे, उपाध्यक्ष विजय त्रिपाठी, महासचिव विलास साठे सहित तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे. पुलिस ने विधायकों सहित अन्य कई लोगों को गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें रिहा किया गया. 

दिवा में एडवोकेट आदेश भगत के नेतृत्व में उपाध्यक्ष नीलेश पाटिल की उपस्थिति में आंदोलन हुआ और बिजली बिल को फूंका गया. यहां रोहिदास मुंडे सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे. जबकि नौपाडा में नगरसेवक सुनेश जोशी, नगरसेविका प्रतिभा मढवी, भाजपा पदाधिकारी राजेश मढवी आदि के नेतृत्व में आंदोलन किया गया. 

इसी प्रकार कोपरी में नगरसेवक भरत चव्हाण और कृष्णा भुजबल के नेतृत्व में आंदोलन किया गया और महावितरण विभाग को निवेदन देकर बिजली बिल को माफ़ करने की मांग की गई. जबकि खेवरा सर्कल पर भाजपा के ठाणे उपाध्यक्ष रमेश आंब्रे और नगरसेविका स्नेहा आंब्रे, मुकेश मोकाशी आदि के नेतृत्व में आंदोलन किया गया. घोडबंदर रोड पर कोलशेत स्थित महावितरण कार्यालय पर नगरसेवक मनोहर डुंबरे, नगरसेविका कविता पाटिल, कमल चौधरी और परिवहन समिति सदस्य विकास पाटिल आदि के नेतृत्व में बिजली बिल के विरोध में प्रदर्शन किया गया. 


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