1 हजार मरीजों पर ट्रायल, RT-PCR टेस्ट भी...आवाज से ऐसे कोरोना जांच करेगी बीएमसी
मुंबई में कोरोना मरीजों की वॉइस सैंपल के जरिए जांच कराने की
तैयारी में सरकार
मरीजों की जांच के लिए ऐप बेस्ड मॉड्यूल का ट्रायल शुरू करेगी
बीएमसी
मुंबई
: कोरोना के संक्रमण से देश में सबसे अधिक प्रभावित हुए मुंबई शहर में अब मरीजों
की जांच की नई तकनीक को शुरू किया गया है। बीएमसी ने वॉइस सैंपल के जरिए आर्टिफिशल
इंटेलिजेंस बेस्ड तकनीक की मदद से कोरोना जांच की कवायद शुरू की गई। जांच की इस तकनीक
को एक हजार पेशंट्स पर प्रयोग किया जाना है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे ने इस बारे में
जानकारी देते हुए अपने ट्वीट में लिखा, बीएमसी वॉइस सैंपस के जरिए कोरोना डिटेक्शन
का एक पायलट प्रॉजेक्ट शुरू करेगी। इसके साथ आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराए जाएंगे। दुनिया
भर में विकसित हुई टेस्ट की नई तकनीकी ने ये साबित किया है कि इस महामारी ने हमें चीजों
को अलग तरीके से देखने और तकनीक के जरिए स्वास्थ्य ढांचे को और मजबूत कराने में मदद
की है।
ऐप बेस्ड
तकनीक से टेस्ट
बताया जा
रहा है कि नई तकनीक के जरिए मरीजों के वॉइस सैंपल को ऐप बेस्ड मॉड्यूल से टेस्ट किया
जाएगा। हालांकि अभी इसका ट्रायल के तौर पर इस्तेमाल होगा, लेकिन ये उम्मीद है कि आने
वाले वक्त में इसके सफल होने पर जांच की स्थिति और मजबूत हो सकेगी।
कोरोना मरीजों
की संख्या 5 लाख पार
बता दें
कि महाराष्ट्र में कोरोना के मरीजों की कुल संख्या अब 5 लाख से अधिक हो गई है। प्रदेश
में रिकवरी रेट की दर 67 फीसदी के आसपास है। शनिवार को पूरे महाराष्ट्र में कोरोना
के 12 हजार से अधिक केस मिले थे। इसके अलावा कुल 1 लाख 47 हजार से अधिक केस अब भी ऐक्टिव
हैं।