मुंबई : 2022 में दौड़ेगी मुंबई की सबसे ऊंची मेट्रो
मुंबई : मुंबई के सबसे ऊंचे मेट्रो 6 कॉरिडोर के स्टेशनों का फाउंडेशन वर्क 48 प्रतिशत तक पूरा हो गया है। 2022 तक इस मार्ग पर मेट्रो दौड़नी लगेगी। एमएमआर रीजन में मेट्रो के 13 कॉरिडोर का काम काम चल रहा है। मेट्रो 6 कॉरिडोर को छोड़ सभी कॉरिडोर का निर्माण जमीन से करीब 16 मीटर की ऊंचाई पर हो रहा है। स्वामी समर्थ नगर से विक्रोली के बीच बन रहे मेट्रो 6 कॉरिडोर का निर्माण जमीन से 38 मीटर की ऊंचाई पर किया जा रहा है। आमतौर पर एक मंजिला इमारत लगभग 3 मीटर की होती है। इस हिसाब से देखा जाए तो मुंबई में बन रही मेट्रो-6 की ऊंचाई 13 मंजिला इमारत के बराबर होगी।
पूरे कॉरिडोर के मार्ग पर कुल 778 पिलर का निर्माण होना है। अब तक 98 पिलर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। जबकि 58 पिलर आधे से ज्यादा ऊंचाई तक खड़े हो गए हैं। वहीं, 622 पिलर का काम अभी होना बाकी है। एमएमआरडीए 14.47 किमी लंबा मेट्रो 6 कॉरिडोर तैयार कर रही है। यह कॉरिडोर लोखंडवाला-जोगेश्वरी- कंजुरमार्ग से होते हुए विक्रोली तक जाएगा। मेट्रो-6 के कुल 13 स्टेशन होंगे। इस योजना की कुल लागत 6,672 करोड़ रुपये है।
मेट्रो-6 स्टेशन के फाउंडेशन-पायलिंग वर्क का काम अब तक 48 फीसदी पूरा हो चुका है। इनमें स्वामी समर्थ स्टेशन, महाकाली केव्स स्टेशन, सीप्स विलेज स्टेशन का काम पूरा हो चुका है, जबकि श्याम नगर स्टेशन 48 फीसद, जेवीएलआर स्टेशन 25 फीसद, विक्रोली स्टेशन (ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे) का काम 60 फीसद हो चुका है।
मेट्रो-6 कॉरिडोर के अंतर्गत आनेवाले सभी 13 मेट्रो स्टेशनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। वहीं, 27 जुलाई 2020 तक मेट्रो-6 के पिलर से जुड़े निर्माण कार्यों के लिए मिट्टी के नमूनों की जांच 83.28 प्रतिशत पूरी हो गई थी। पायलिंग वर्क 38.48 फीसदी, पाइल कैप वर्क 22.55 फीसदी और वहीं पियर वर्क 11.60 फीसदी पूरे हो चुके हैं, जबकि यूटिलिटी वर्क 57.90 फीसदी पूरे हो चुके हैं। मेट्रो-4 और मेट्रो-6 इन दोनों कॉरिडोर के स्टेशन एक दूसरे से कनेक्ट करने के लिए इन्हें फुट ओवर ब्रिज से भी जोड़ा जाएगा। गौरतलब है कि दोनों मेट्रो के स्टेशन लगभग 100 मीटर के अंतराल पर तैयार हो रहे हैं। मेट्रो-4 के निर्माण से जहां पड़ोसी शहर ठाणे को कनेक्टिविटी मिलेगी, वहीं मेट्रो-6 मुंबई के ईस्ट और वेस्ट इलाकों को जोड़ने में मददगार साबित होगा।