मुंबई में उम्मीदों से भरा अनलॉक 2.0, स्टेशनरी, सलून, और ओपीडी सेवा खुलने से खुशी
मुंबई : अनलॉक 2.0 की शुरुआत से लोगों की दिनचर्या धीरे-धीरे ही सही ट्रैक पर आने लगी है। सीमित संख्या में लोग घरों से निकलने शुरू हुए हैं। खाली पड़े बाजारों, सड़कों और गलियों के अलावा, सब्जी-भाजी की छोटी-छोटी मंडियों में लोगों की आवाजाही से माहौल गुलजार होने लगा है। कांदिवली के ठाकुर विलेज स्थित फास्ट फूड सर्विस देने वाली एक कंपनी के डिलीवरी बॉय राजेश यादव ने बताया कि अनलॉक 2.0 में ऑर्डर बढ़ गए हैं।
उन्होंने कहा कि पहले जहां अनलॉक 1.0 में एक ग्राहक से एक ऑर्डर आता था, अब एक-एक ग्राहक को 3 से 4 ऑर्डर पहुंचाने होते हैं। इसी तरह से टेक अवे की संख्या बढ़ गई है। लोग परिजन समेत काउंटरों तक आने लगे हैं। गौरतलब है कि 30 जून को अनलॉक 1.0 की समाप्ति के बाद अनलॉक 2.0 योजना लागू कर दी गई है, जो 31 जुलाई तक जारी रहेगी। इस दौरान कंटेनमेंट जोन में पाबंदी के बावजूद बाकी जगहों पर कुछ ढील दी गई है। हालांकि, धार्मिक स्थलों, मेट्रो सेवा और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का निर्णय बरकरार है।
मैकेनिकों की बढ़ी उम्मीदें
ठाकुर इंजिनियरिंग कॉलेज के सामने जेरॉक्स की दुकान, इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान और गैरेज की दुकान चलाने वाले दर्जनों दुकानदारों ने बताया कि अनलॉक 2.0 में कुछ खाने-कमाने को मिला है। लोग आवश्यक काम से ही आते हैं, लेकिन आना शुरू हो गया है। दिन-ब-दिन ग्राहकों की संख्या में तेजी आ रही है, जिससे उम्मीद बढ़ गई है। लोग बिजली के सामान, पंखे, कूलर, माइक्रोवेव ओवन और फ्रिज सही करवाने के लिए आ रहे हैं। गाड़ियां ठीक करवाने वालों के अलावा, जेरॉक्स करवाने वालों की संख्या में भी तेजी आई है।