मुंबई : पुलिस पर 263 हमले , 846 गिरफ्तार
मुंबई : वैश्विक महामारी की वजह से शुरु लॉकडाउन के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी पुलिस पर है.कई स्थानों पर पुलिस को कड़ाई से कार्रवाई भी करनी पड़ी, जिसकी वजह से पुलिस पर हमले भी हुए. गृहमंत्री अनिल देशमुख के मुताबिक राज्य में 22 मार्च से लॉकडाउन शुरु है तब से 9 जून तक पुलिस पर हमले की 263 घटनाएं घटी हैं, हालांकि इन मामलों में 846 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा अब तक कोविड-19 के संदर्भ में 1 लाख 24 हजार मामले दर्ज हुए हैं. ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण की वजह से 34 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है.
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कोरोना का मुकाबला करने के लिए हमारे पुलिस दल के जवान , हेल्थ विभाग के कर्मचारी, डॉक्टर्स, नर्सेस दिनों रात मेहनत कर रहे हैं. परंतु गलत प्रवृत्ति के लोग उन पर हमले कर रहे हैं. हमलावरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आदेश पुलिस विभाग को दिया गया है.गृहमंत्री देशमुख ने बताया कि धारा 188 के तहत राज्य में 1,24,369 मामले दर्ज कर 23,986 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. विभिन्न मामलों में 6 करोड़, 86 लाख 74 हजार 691 रुपये दंड वसूल किए गए हैं.
पुलिस विभाग का 100 नंबर 24 घंटे कार्यरत रहता है. लॉक डाउन की अवधि में इस नंबर पर फोन कॉल्स की संख्या तेजी से बढ़ी है.अब तक 100 नंबर पर 1 लाख,1हजार 97 फोन कॉल्स रिसीव किये गए जिसके तहत आवश्यक कार्रवाई की गयी है.हाथ पर क्वारंटाइन का मुहर लगे 722 लोगों को राज्य में ढूंढ कर उन्हें क्वारंटाइन किया गया. राज्य में 5,94,543 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. पुलिस विभाग की तरफ से 4,66,937 पास दिए गए हैं. अवैध रुप से यात्रियों को पहुंचाने वाले 1332 वाहनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है एवं 80,890 वाहनों को जब्त किया गया है.
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में जुटे मुंबई के 20 जवान एवं 1 अधिकारी व पुणे के 2,सोलापुर शहर के 2 एवं नाशिक ,ठाणे, जीआरपी कुल मिलाकर कर 34 पुलिस कर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. 190 पुलिस अधिकारी व 1269 पुलिस कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं जिनका इलाज शुरु है.पुलिस कर्मियों को कोरोना का लक्षण दिखाई देने के साथ ही उनका इलाज शुरु करने को लेकर राज्य में सभी जगह कंट्रोल रुम बनाये गए हैं. राज्य में कुल 274 रिलीफ कैंप हैं, जहां लगभग 12,664 लोगों की व्यवस्था है.