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मुंबई : लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए अब मुंबई से स्पेशल ट्रेनें छोड़े जाने का निर्णय लिया गया है.शुक्रवार की शाम एलटीटी स्टेशन से यूपी के बस्ती के लिए ट्रेन रवाना हुई.पिछले डेढ़ माह से लॉकडाउन खुलने के इंतजार में मुंबई और आसपास के इलाकों में फंसे लाखों मजदूरों के पास न तो पैसे हैं और न ही खाने- पीने की सामग्री.ऐसे में सभी किसी भी तरह अपने गांव-घर जाना चाहते हैं.इनमें हजारों लोग तो पैदल ही निकल चुके हैं.

मुंबई कोरोना के रेड जोन में होने की वजह से पहले राज्य सरकार ने निर्णय लिया था कि मुंबई से यूपी और बिहार के लिए एक भी ट्रेन नहीं छूटेंगी,लेकिन अब इस निर्णय को बदलते हुए मुंबई से भी ट्रेनों को छोड़े जाने का निर्णय लिया गया है.मुंबई और आसपास के इलाकों में यूपी-बिहार के प्रवासी मजदूरों की संख्या लाखों में है.लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद बेरोजगार मजदूर फंसे हुए हैं.लगातार प्रवासियों के बढ़ते बोझ और उनके अपने गांव जाने की बेसब्री को देखते हुए संबंधित राज्यों में उन्हें वापस भेजने की तैयारी होने लगी और कुछ शर्तों के साथ उन्हें भेजने की कार्यवाही अब तक धीमी गति से शुरू थी.परंतु अब इस प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया गया है.इसी के तहत शुक्रवार को एलटीटी से बस्ती के लिए मुंबई के स्टेशन से पहली ट्रेन छोड़ी गई.

मुंबई में फंसे अधिकांश मजदूर मुख्य रूप से यूपी और बिहार से हैं.कुछ श्रमिक ट्रेनें नाशिक के अलावा मुंबई के निकटतम रेलवे स्टेशन भिवंडी, कल्याण, वसई, ठाणे, पनवेल से यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश के लिए छोड़ी गईं हैं.मुंबई के किसी भी रेलवे स्टेशन से कोई भी ट्रेन छोड़ने की मंजूरी नही थी. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अब मुंबई से भी विशेष ट्रेन चलाए जाने का निर्णय ले लिया गया है.राज्य सरकार ने इस मामले पर रेलवे प्रशासन से चर्चा कर और अधिक ट्रेनों की मांग की है.

मुंबई और आसपास के प्रवासी मजदूरों को ट्रेन से भेजे जाने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल बना कर मजदूरों को लाने का स्पष्ट निर्देश दिया है.यह जानकारी देते हुए उत्तरभारतीय नेता और पूर्व राज्य मंत्री अमरजीत मिश्र ने कहा कि मजदूरों को भेजे जाने की प्रक्रिया में अब तेजी लाने की आवश्यकता है,इसके लिए महाराष्ट्र और यूपी के अधिकारियों के बीच सवांद जरूरी है.यूपी सरकार ने कहा है,कि एक साथ अगल-बगल के जिलों के मजदूरों का फार्म भरा कर उन्हें भेजा जाय,ताकि मजदूरों को राहत,उनके दवा-पानी आदि की व्यवस्था हो सके.

मिश्र ने बताया कि राज्य में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने स्वयं भी मुख्यमंत्री योगी से बात की है.प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द उनके गांव भेजे जाने की व्यवस्था होनी चाहिए,क्योंकि अगले 3 सप्ताह में मानसून आ जाने पर प्रवासी मजदूरों की स्थिति और भी भयावह हो जाएगी.बिना घर-बार के मजदूर बरसात में कैसे रहेंगे.अमरजीत मिश्र के अनुसार मुंबई से यूपी के लिए ज्यादा ट्रेनें छोड़ी जाएगी. अमरजीत मिश्र के अनुसार पहले प्रयास के रूप में शुक्रवार को एक ट्रेन बस्ती के लिए रवाना की गई.उन्होंने पैदल जाने वाले मजदूरों से भी खतरा न उठाने की अपील की.मुंबई में स्थाई रूप से रहनेवालों से भी अपील की,कि इस समय गांव जाने की न सोचें.स्थिति सामान्य होने पर वे भी गांव जा सकेंगे.


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