मुंबई : कोरोना महामारी में परीक्षा खतरे से खाली नहीं
मुंबई : सीबीएसई बोर्ड अपने पहले के निर्णय पर कायम है. यानि 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षा के बारे में फैसला लॉकडाउन खत्म होने के बाद लिया जाएगा. बुधवार को दिनभर अटकलों का बाजार गर्म रहा. सुबह खबर आई कि सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं की शेष परीक्षा रद्द कर दी है, लेकिन बाद में पता चला कि बोर्ड ने अभी तक इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है.
बोर्ड के अनुसार स्थिति सामान्य होने के बाद ही सीबीएसई मुख्य 29 विषयों के पेपर का कार्यक्रम जारी करेगी. सीबीएसई ने इस खबर को बेबुनियाद बताया कि बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं के बारे में कोई नया फैसला लिया है. सीबीएसई ने यह भी कहा कि परीक्षा की सूचना 10 दिन पहले दी जाएगी. लॉकडाउन खत्म होने के बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
10 वीं बोर्ड की शेष परीक्षा के बारे में मुंबई के शिक्षाविदों व अभिभावकों ने अपनी राय जताई है. शिक्षाविद गोरखनाथ राजुरे ने कहा कि सीबीएसई बोर्ड 10वीं की शेष परीक्षाएं यदि रद्द होती हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि छात्रों के 75 प्रतिशत असेसमेंट और अन्य वर्क पूरे हो चुके हैं. नाममात्र के कार्य बाकी हैं. छात्रों को उनके साल भर के असेसमेंट के आधार पर पास किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सीबीएसई 12वीं की शेष परीक्षा होने से छात्रों को इंजीनियरिंग, डिप्लोमा आदि के लिए 12वीं का मार्क्स महत्त्वपूर्ण होता है, लेकिन यह वर्तमान लॉकडाउन की परिस्थितियों पर निर्भर करता है.
अभिभावक डा. दिनेश सिंह ने कहा कि वैसे परीक्षा होना छात्रों के हित में होता है, क्योंकि बच्चे साल की आखिरी परीक्षा में पूरी मेहनत करते हैं, लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते परीक्षाओं का होना खतरे से खाली नहीं है. उन्होंने कि 12वीं के अधिकांश पेपर हो चुके हैं, कुछ शेष हैं, उसके लिए बोर्ड परिस्थितियों के अनुसार उचित निर्णय ले.