नई दिल्ली : भारत देगा विश्व को COVID-19 का टीका, विश्व कल्याण हेतु नहीं होगा इसका पेटेंट
नई दिल्ली : भारत आज कोरोना के प्रकोप से अपने पूर्ण दमखम के साथ युद्ध कर रहा है। वह यह भी कोशिश कर रहा है कि चाहे जैसे भी हो,कोरोना का टीकाकरण का विकास किया जा सके। वहीं अब एक राहत देने वाली खबर यह आ रही है कि वैक्सीन प्रमुख सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने(SII) ने यह दावा किया है कि वह वर्ष 2021 तक COVID-19 की वैक्सीन बना लेगा और वह इसका पेटेंट भी अपने पास नहीं रखने वाला है।
सीरम इंस्टीट्यूट इंडिया (SII)के सीईओ अदार पूनावाला ने अपने वक्तव्य में यह भी कहा है कि इस वैक्सीन को विकसित करने के लिए कई फर्मों के साथ साझेदारी करने की आवश्यकता होगी ताकि यह दुनिया भर में कम समय में उपलब्ध हो जाये। उन्होंने कहा कि “जो भी कंपनी यह वैक्सीन बनाती और विकसित करती है उसे वैक्सीन के निर्माण के लिए कई भागीदारों की आवश्यकता होगी। मुझे उम्मीद है कि जो भी कंपनी विकसित करेगी, वह इसके पेटेंट के पीछे न भागेगी और न ही छिपाएगी और इसे दुनिया भर के कई दवा निर्माताओं को रॉयल्टी या कुछ व्यावसायिक समझ पर भी इसे उपलब्ध कराएगी, ताकि बहुत जल्दी यह विश्व में लोगों को हासिल हो सकें।” आपको बता दें कि अपने उद्देश्यों कि पूर्ति कि लिए SII ने न्यूयॉर्क स्थित कोडागेनिक्स इंक (Codagenix Inc.)के साथ एक जीवित-क्षीणन टीका (LAV) का विकास कर रहे हैं जो कोरोनवायरस (COVID-19) में लड़ने में सहायक हो सकता है।
उन्होंने इस बात पर भी जोर देकर कहा कि वे और उनकी कंपनी इस वैक्सीन का पेटेंट नहीं रखेंगे। उन्होंने कहा कि,”मैं अपनी कंपनी, SII के लिए यह दावा कर सकता हूं। हम इस उत्पाद को पेटेंट नहीं करने जा रहे हैं और हम इस दवा का निर्माण करने के लिए अन्य दवा कंपनियों को भी उपलब्ध कराएंगे, क्योंकि हम इस तरह के महामारी में अपना योगदान देना चाहते हैं और उससे कोई निजी व्यवसाय हित नहीं साधना चाहते हैं।” जब पूनावाला से पूछा गया कि वह ऐसा कैसे कर पाएंगे तो उन्होंने जवाब दिया कि ‘हम ऐसा करने में सक्षम हैं क्योंकि हम एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हैं और इस वजह से हम कोई लिस्टेड कंपनी के श्रेणी में नहीं आए हैं, जिसके चलते हम शेयरधारकों के प्रति जवाबदेह भी नहीं हैं।” आगे अदार पूनावाला ने यह भी कहा कि कि वर्ष 2021 तक सीरम इंस्टीट्यूट इंडिया (SII),कोरोनवायरस (COVID-19) के लिए वैक्सीन का निर्माण कर लेगा।