मुंबई : निजामुद्दीन के मरकज में महाराष्ट्र के 500 से ज्यादा लोग हुए थे शामिल !
मुंबई : देश में कोरोना के संक्रमित मामलों के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में तबलीगी जमात का एक धार्मिक सम्मलेन आयोजित किया गया था। इस सम्मलेन में 2000 से भी ज्यादा लोग शामिल हुए थे। इसमें इंडोनेशिया और मलेशिया के लोग भी शामिल थे। देश के कई हिस्सों के लोगों ने इस सम्मलेन में हिसा लिया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस तबलीगी जमात के धार्मिक सम्मेलन में महाराष्ट्र के करीब 500 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था। जिसमें से पुणे डिवीजन के कुल 182 लोग इस सम्मेलन में शामिल हुए थे। इसमें से वापस आये 106 लोगों के स्त्राव के नमूने लिए जाएंगे। बाकि लोगों की खोज शुरू है। इस बात की जानकारी पुणे के विभागीय आयुक्त डॉ दीपक म्हैसकर ने दी है। इन्होने कहा है कि, ये लोग जहां भी है वहीं उन्हें क्वारंटाईन किया जाएगा। इन सबके नमूनों की जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं इसी सम्मेलन में नागपुर के 54 लोग शामिल हुए थे। इस बात की जानकरी नागपुर के मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे ने दी है। उन्होंने कहा कि, "नागपुर के 54 लोग जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन के तबलीगी जमात के सम्मेलन में हिंसा लिया था उनकी पहचान की गई है और उन्हें क्वारंटाईन किया गया है।"
बतादें कि निजामुद्दीन के मरकज में धार्मिक सम्मलेन में 2,361 लोग शामिल हुए थे। इसमें से कई लोगों में कोरोना के लक्षण दिखे जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया और कोरोना की जांच की गई। जिसमें से 24 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए है। जिसमें से 617 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है और बाकी लोगों को क्वारंटाईन किया गया है। इसके अलावा 7 लोगों की मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि, इस धार्मिक सम्मलेन से देश में कोरोना के मामलों में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 386 नए मामले सामने आए है जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 1,637 हो गई है। वहीं इस सम्मलेन में चंद्रापुर के 49, अहमदनगर के 46, औरंगाबाद के 43, नाशिक और कोल्हापुर के 21-21, सोलापुर के 17, मुंबई के 15, नांदेड़ के 13, यवतमाल के 12, हिंगोली 11, अकोला के 10, वर्धा के 8, रत्नागिरी 8-10, सातारा के 5 साथ ही सांगली और परभणी के 3 व्यक्तियों ने इस सम्मलेन हिस्सा लिया था।