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मुंबई/गुरुग्राम : जनता कर्फ्यू के बाद से ही भले ही देश में आम जिंदगी थमी सी नजर आ रही है। लॉकडाउन की स्थितियों के बीच सरकार ने आवश्यक चीजों की आपूर्ति का दावा तो किया है, लेकिन कुछ जगहों पर पुलिस की टीमों ने ही सरकार की कार्रवाई की किरकिरी कराई है। हरियाणा से लेकर महाराष्ट्र तक कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनके आधार पर पुलिस पर घरों में खाने की डिलिवरी करने गए लोगों की पिटाई करने के आरोप लगाए गए हैं। ट्विटर और फेसबुक पर ऐसी तस्वीरों को शेयर करते हुए यूजर्स ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।

लॉकडाउन की स्थितियों में भी सरकार ने फूड डिलिवरी करने वाली ई-कॉमर्स कंपनियों को मूवमेंट की छूट दे रखी है। सरकार ने इसे आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में रखा है। लेकिन गुरुग्राम और मुंबई के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन का पालन कराने वाली पुलिस के कुछ जवानों पर फूड डिलिवरी एजेंट्स की पिटाई का आरोप लगाया जा रहा है। बड़ी बात ये कि गुरुग्राम में रोज दूध की डिलिवरी कराने वाले एक ई-कॉमर्स ऐप ने अपने ऐप पर दूध की डिलिवरी देने से इनकार करते हुए ऐसे ही आरोपों का स्टेटमेंट जारी किया है। 

सोशल मीडिया पर वायरस हो रहे इन ट्वीट को लेकर यूजर्स सरकार और पुलिस की कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं। लोगों ने लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस की कार्रवाई का समर्थन तो किया है लेकिन यह भी कहा है कि फूड डिलिवरी जैसे कामों में लगे एजेंट्स आम लोगों के लिए खाना पहुंचा रहे हैं। वहीं गुरुग्राम और मुंबई में ऐसे लोगों की बड़ी संख्या है जो रोज के खाने के लिए ऐसे ही एजेंट्स पर डिपेंट हैं। ऐसे में इनपर पुलिस की ज्यादती बिलकुल जायज नहीं है। 


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