वर्धा : जिंदा जलाई गई शिक्षिका की हालत नाजुक, 3 -4 महीने से पीछा कर रहा था आरोपी
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के वर्धा जिले में जिस महिला शिक्षिका को जिंदा जला दिया गया था, उसकी हालत बेहद गंभीर है। अस्पताल के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इस बीच वर्धा के हिंगणाघाट और समुद्रपुर इलाकों में स्थानीय निवासियों ने घटना को लेकर विरोध मार्च निकाला। वर्धा में नंदुड़ी चौक से आंबेडकर चौक तक निकाले गए इस मार्च में लगभग सात हजार लोगों ने भाग लिया। आक्रोशित लोगों ने 27 वर्षीय आरोपी विकेश नगराले को मृत्युदंड देने की मांग की। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने वर्धा के पुलिस अधीक्षक से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
आरोपी ने 25 वर्षीय शिक्षिका अंकिता पिसुडे पर सोमवार को कॉलेज जाते समय पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी। महिला को पहले नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे नागपुर स्थित ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर भेज गया। अस्पताल की ओर से जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि उसकी हालत नाजुक है और उसे ऑक्सीजन लगाई गई है। वर्धा के प्रभारी मंत्री सुनील केदार और हिंगणघाट से भाजपा विधायक समीर कुन्नावर ने अस्पताल का दौरा किया।
वर्धा में लेक्चरर का पीछा करने वाले युवक ने सोमवार को पेट्रोल छिड़कर उसे आग लगा दी थी, जिससे महिला बुरी तरह झुलस गई थी। पुलिस ने आरापी युवका को गिरफ्तार कर लिया था। जांच अधिकारी प्रतिभा दुधबाले ने कहा कि हिंगनघाट शहर में यह घटना सोमवार को सुबह लगभग सात बजे उस वक्त हुई, जब एक निजी कॉलेज में अध्यापन के लिए जा रही पीड़िता नांदेरी चौक पर बस से उतरी। घटना कॉलेज से लगभग 100 मीटर की दूरी पर हुई। वर्धा की पुलिस अधीक्षक बसवराज तेली ने आईएएनएस से कहा, “हमने घटना के तुरंत बाद 27 वषीर्य आरोपी विक्की नागरे को पकड़ लिया। उसे फिलहाल हिरासत में है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।” उन्होंने आगे कहा, “वह और पीड़िता एक ही गांव दारोदा के रहने वाले हैं। 25 वषीर्य पीड़िता पास के ही मातोश्री आशाताई कुंवर कॉलेज में पार्टटाइम लेक्चरर के रूप में पढ़ाती थीं।
वर्धा पुलिस के अनुसार, पीड़िता 40 प्रतिशत झुलस गई है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उसकी छाती और पीठ के अलावा उसका चेहरा पूरी तरह से झुलस गया है। डॉक्टरों को डर है कि यदि वह बच भी जाती है तो भविष्य में कुछ भी अपनी आंखों से नहीं देख पाएगी। एक जांचकर्ता ने कहा कि पिछले तीन-चार महीनों से आरोपी पीड़िता का पीछा कर रहा था, लेकिन वह उसके अनुरोध को ठुकरा रही थी।
जांच अधिकारी ने कहा, “वे एक ही बस में सफर करते थे और तीन महीने पहले बस में ही एक बार दोनों के बीच तीखी तकरार हुई थी। उसके बाद महिला ने अपने परिजनों को इस बारे में जानकारी दी और उन्होंने पीड़िता को चतुराई से मामले से निपटने की सलाह दी थी।” सोमवार को सुबह आरोपी ने बाइक से महिला का पीछा किया और जब वह बस से उतरी, आरोपी ने कथित तौर पर अपनी बाइक से पेट्रोल निकालकर उस पर उड़ेल दिया और आग लगा दी और वहां से भाग गया। पास से गुजर रहे लोगों और स्थानीय नागरिकों ने महिला की मदद कर आग बुझाई और उसे पास के अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में महिला की हालत नाजुक बनी हुई है।