दादा की मौत का गम नहीं सहा गया तो पोते ने लगाई फांसी, पिता का पहले ही उठ चुका था साया
उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक दर्दनाक मामला सामने आया है। एक युवक ने अपने दादा की मौत के बाद फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक के पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। पुलिस ने लाश का पंचनामा कर ग्रामीणों को सौंप दी है।
वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के खुर्द मुरेरी गांव का रहने वाले यशवंत विश्वकर्मा(18) ने अपने घर में गमछा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अजगरा चौकी प्रभारी हरिओम सिंह ने बताया कि यशवंत विश्वकर्मा मजदूरी का कार्य करता है। उसके पिता कैलाश बिश्वकर्मा की मौत पहले ही हो चुकी थी।
यशवंत के दादा लौटू विश्वकर्मा की मौत सोमवार को हो गई। दाह संस्कार के बाद वह घर वापस लौटा था। सोमवार रात को उसने घर के अंदर कमरे में गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि पिता का साया सबसे पहले उठ गया था। दादा ही एकमात्र सहारा थे, जो यशवंत की देखरेख करते थे।
दादा की मौत यशवंत को सही नहीं गई। इसलिए उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों और परिजनों ने लाश को पोस्टमार्टम नहीं कराने की विनती की। इस पर शव का पंचनामा करके ग्रामीणों को सौंप दिया। यशवंत की मां उर्मिला का रो-रोकर बुरा हाल है।