न्यूजीलैंड पर 'दुर्भाग्य' की मार, इंग्लैंड हुआ सेमीफाइनल के रथ पर सवार
न्यूजीलैंड पर दुर्भाग्य की मार काफी पड़ी. यह विलियमसन और ओपनर निकोलस के आउट होने के तरीके में साफ झलका. और जब रॉस टेलर भी आउट हो गए, तो एक तरफ से कीवी टीम ने बहुत पहले ही मानसिक रूप से हार मान ली..बहरहाल, हार के बावजूद न्यूजीलैंड के अंतिम चार में पहुंचने की संभावनाएं बहुत ही ज्यादा प्रबल हैं चेस्टर-ली-स्ट्रीट में बुधवार को वर्ल्ड कप (World Cup 2019) में खेले गए इकलौते मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को 119 रनों के विशाल अंतर से रौंदकर सेमीफाइनल का टिकट हासिल कर लिया. इंग्लैंड से जीत के लिए मिले 305 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की शुरुआत बहुत ही खराब रही, जब उसके दो बल्लेबाज बहुत ही जल्दी पवेलियन लौट गए. विलियमसन और रॉस टेलर ने कीवी पारी को उबारने का काम शुरू ही किया था कि ये दोनों भी नौ गेंदों के भीतर आउट हो गए और न्यूजीलैंड की कमर बुरी तरह से टूट गई. इसी स्तर पर काफी हद तक साफ हो गया था कि मैच किस करवट बैठेगा. टॉम लैथम (55 रन, 65 गेंद, 5 चौके) ने जरूर कुछ देर एक छोर थामने की कोशिश की, लेकिन यह साफ था कि वह हारी हुई लड़ाई ही लड़ रहे हैं. उनकी कोशिश ऊंट के मुंह में जीरे के सामन रही, तो सामने वाले छोर पर विकेट लगातार अंतराल पर गिरते रहे.
और 45वें ओवर की आखिरी गेंद पर न्यूजीलैंड की पारी 186 रन पर ढेर हो गई. मार्क वुड ने तीन विकेट चटकात हुए न्यूजीलैंड को कोटे से पांच ओवर पहले ही समेटने में अहम भूमिका निभाई. इसी के साथ ही इंग्लैंड ने दो प्वाइंट्स झटकते हुए अपने कुल अंकों की संख्या 12 पर पहुंचाते हुए आधिकारिक रूप से वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. साल 1992 वर्ल्ड कप के बाद से यह पहला मौका रहा, जब इंग्लैंड ने किसी संस्करण के सेमीफाइनल में प्रवेश किया है. उम्मीद थी कि रनों का पीछा करते हुए कीवी ओपनर अपनी टीम को वह शुरुआत देंगे, जिसकी टीम को दरकार थी, लेकिन क्रिस वोक्स ने हेनरी निकोलस को पहले ही ओवर की पांचवीं गेंद पर एलबीडब्ल्यू कर चलता कर दिया. हैरानी की बात यह रही कि निकोलस ने रिव्यू लेना उचित नहीं समझा. कप्तान से बात की और लौट गए, जबकि रिव्यू में साफ हुआ कि गेंद स्टंप्स से ऊपर जा रही थी. और वह नॉटआउट थे.
शायद मनहूस शुरुआत न्यूजीलैंड के नसीब में थी. कौन जानता है कि अगर वह रिव्यू लेते, तो ठोस शुरुआत होती. पर ऐसा नहीं हुआ. एक बार इंग्लैंड ने कीवी गेट में इंट्री क्या की, बस विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया. थोड़ी ही देर बाद जोफ्रा आर्चर ने मार्टिन गप्टिल को विकेट के पीछे लपकवा दिया. यहां से कीवी कप्तान केन विलियमसन और रॉस टेलर पूरी तरह से बैकफुट पर आ गए. रवैया सुरक्षात्मक और सावधनी भरा. रन औसत में आ गई गिरावट और 10 ओवर के खत्म होने पर बने 2 विकेट पर सिर्फ 37 रन.
मानो दुर्भाग्य का पेट हेनरी निकोलस से भरा नहीं था! अब उसने कीवी कप्तान केन विलियमसन का निगल लिया! पिच पर विलियमसन जम चुके थे रॉस टेलर के साथ. इरादा शुरुआती नुकसान की भरपायी का साफ झलक रहा था. पर दुर्भाग्य को फिर से डसना था! 16वें ओवर में मार्क वुड की पहली ही गेंद पर टेलर ने स्ट्रेट ड्राइव खेला, लेकिन गेंद फॉलो-थ्रू में वुड की उंगली का 'एक सूत' जितना हिस्सा छूते हुए स्टंप्स में जा घुसी और नॉन स्ट्राइक छोर से काफी बाहर निकल आए विलियमसन को क्रीज में पहुंचने का मौका ही नहीं मिल सका. विलियमसन गए, तो नौ गेंद बाद ही टेलर भी रन आउट हो गए. और इन दोनों के विकेट सिर्फ 9 गेंदों के भीतर गिरने से मानो न्यूजीलैंड की कमर ही टुट गई स्कोर4 विकेट पर 69 रन हो गया.