द रोज बाउल में भारत खेलेगा पहला मैच, जानें स्टेडियम से जुड़ी रोचक बातें
नई दिल्ली : भारतीय टीम 5 जून को अपने वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत साउथ अफ्रीका के खिलाफ करेगी। यह मुकाबला साउथैम्प्टन के द रोज बाउल स्टेडियम में खेला जाएगा। यह भारत और साउथ अफ्रीका के बीच इस मैदान पर पहला मैच होगा। रोचक बात यह है कि इस मैदान पर दोनों टीमों ने अब तक 3-3 मैच खेले हैं। विराट कोहली की कप्तान वाली टीम जहां इस टूर्नमेंट में पहली बार उतरेगी तो फाफ डु प्लेसिस की टीम अपना तीसरा मैच खेलेगी। उसे मेजबान इंग्लैंड और बांग्लादेश से हार मिली है।
पहली बार वर्ल्ड कप मैच
द रोज बाउल स्टेडियम की स्थापना साल 2001 में हुई थी। यह इंग्लिश काउंटी क्रिकेट क्लब हैंपशायर का घरेलू मैदान है। यह नया ग्राउंड है जहां पहली बार कोई वर्ल्ड कप खेला जाएगा। इससे पहले कोई भी वर्ल्ड कप मैच इस मैदान में नहीं खेला गया है, लेकिन इस बार यहां कुल 5 मैच होंगे। इस स्टेडियम में कुल 92,542 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है।
भारत खेलेगा दो मुकाबले
यहां भारत को दो मुकाबले, साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान के खिलाफ, खेलने हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ उसे 5 जून को खेलना है, जबकि अफगानिस्तान के खिलाफ 22 जून।
भारत का प्रदर्शन
इस मैदान पर भारत ने कुल 3 मैच खेले हैं, जिसमें से उसने एक मैच जीता है। भारत को केन्या के खिलाफ 11 सितंबर, 2004 में जीत मिली थी, जबकि उसके बाद उसने दोनों मैच गंवाए हैं। भारत ने ये दोनों मैच मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ 2007 और 2011 में खेला था।
साउथ अफ्रीका का प्रदर्शन
दूसरी ओर, साउथ अफ्रीका ने भी यहां 3 मैच खेले हैं। यहां हालांकि साउथ अफ्रीकी टीम का प्रदर्शन भारत की अपेक्षा बेहतर है। उसने 2003 में जिम्बाब्वे और 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ जीत दर्ज की थी। तीसरे मैच में उसे मेजबान इंग्लैंड से 2017 में हार का सामना करना पड़ा था।
बैटिंग पिच, बन सकता है बड़ा स्कोर
इस मैदान को बैटिंग के अनुकूल माना जाता है। 2017 से अब तक यहां सबसे कम स्कोर 288 रन हैं, जबकि ओवरऑल सर्वश्रेष्ठ टीम स्कोर 373/3 रन हैं। यह स्कोर इंग्लैंड ने पिछले महीने 11 मई को पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। जवाब में पाक टीम ने भी 7 विकेट पर 361 रन का स्कोर किया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो भी टीम पहले बैटिंग करेगी उसकी कोशिश 350 से अधिक रन बनाने की होगी।