पिछले तीन साल में देश में अपराध का आंकड़ा पड़ा कंट्रोल करने की जरूरत
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) 2021 की ताजा रिपोर्ट में यह आंकड़े सामने आए हैं। यह वृद्धि कोरोना में 2020 में लगे लॉकडाउन के बाद 2019 के स्तर पर फिर लौटती दिखाई दी। एनसीआरबी ने साल 2019, 2020 और 2021 के तुलनात्मक आंकड़े जारी किए हैं। इससे समझा जा सकता है कि बड़े अपराधों में 2020 के मुकाबले 2021 में तेजी से वृद्धि हुई है।
अपराध | 2019 | 2020 | 2021 |
हत्या | 28,915 | 29,193 | 29,272 |
सड़क हादसों में मौत | 1,36,852 | 1,20,176 | 1,37,430 |
दुष्कर्म | 32,032 | 28,046 | 31,677 |
दुष्कर्म का प्रयास | 88,259 | 85,392 | 89,200 |
अपहरण | 1,05,036 | 84,805 | 1,01,707 |
बंधक रखना | 18,732 | 19,061 | 23,081 |
मानव तस्करी | 1,333 | 947 | 1,219 |
पॉक्सो | 47,324 | 47,221 | 53,874 |
शराब-नारकोटिक्स | 9,22,264 | 9,31,268 | 10,93,028 |
पर्यावरण व प्रदूषण | 34,676 | 61,767 | 64,471 |
पॉक्सो के तहत प्रमुख शहरों में 5,921 मामले दर्ज हुए। सबसे ज्यादा 1,436 केस दिल्ली के थे। लखनऊ 236, कानपुर में 119 और गाजियाबाद में 93 मामले सामने आए। मुंबई में 1,062, चेन्नई में 456, बंगलूरू में 403 व हैदराबाद में 403 मामले सामने आए। 19 मेट्रो शहरों में कुल 2,012 लोगों की हत्या हुई। इनमें से 23.45% यानी हर चौथी हत्या दिल्ली में हुई। यूपी में सबसे ज्यादा लखनऊ में 104 हत्याएं हुई। कानपुर में 48 व गाजियाबाद में 27 हत्याएं दर्ज हुईं। दिल्ली में 472, मुंबई 164, चेन्नई 164, बंगलूरू 162 तथा सूरत में 125 हत्याएं हुईं।
दुष्कर्म के कुल 3,217 मामलों में से 1,232 अकेले दिल्ली के थे। 503 दुष्कर्म के साथ जयपुर दूसरा रहा। लखनऊ में 97, कानपुर में 35 व गाजियाबाद में 32 दुष्कर्म हुए। वहीं, सबसे कम कोलकाता में 11 मामले दर्ज हुए। दिल्ली में 1,232, जयपुर में 503, मुंबई में 366, इंदौर में 165, बंगलूरू में 117 मामले।