हड़ताली एसटी कर्मचारियों का किया समर्थन, विलय का आसान रास्ता तलाशे ठाकरे सरकार
मुंबई : अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे एसटी कर्मचारियों से मुलाकात करने भाजपा नेता आशीष शेलार आजाद मैदान पहुंचे। उन्होंने एसटी कर्मचारियों को अपना समर्थन देते हुए सरकार को आगाह किया कि वह एसटी के राज्य सरकार में विलय को लेकर आसान रास्ते तलाशे। इसके लिए बजट में प्रावधान किए जाएं। शेलार ने कहा कि यह सरकार 40 लोगों की आत्महत्या की वजह बनी खून की प्यासी सरकार है। इस मौके पर पूर्व मंत्री सदाभाऊ खोत और विधायक गोपीचंद पडलकर मौजूद रहे। शेलार ने कहा कि एसटी कर्मचारियों की मांग इतनी है कि उन्हें सरकारी कर्मचारियों जैसे लाभ मिले और पहचान मिले। इसके लिए मात्र एक वाक्य की जीआर निकालना है। हम राज्य सरकार को पूरा सहयोग करेंगे, लेकिन उन्होंने मना किया तो याद रखें कि हम वापस आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई केवल एसटी कर्मचारियों की नहीं है बल्कि महाराष्ट्र के गरीब, दलित, पीड़ित और वंचित समुदायों को न्याय दिलाने की लड़ाई है।
इधर एसटी कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में मंत्रालय के बाहर दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दोनों को समय पर रोकने में कामयाब रहे। रविवार दोपहर 11 बजे के करीब जनशक्ति पार्टी के कुछ कार्यकर्ता मंत्रालय के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे थे। इसी दौरान दो लोगों ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। पुलिस ने आत्मदाह की कोशिश करने वाले दो लोगों और मंत्रालय के सामने प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को हिरासत में लिया और उन्हें मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन ले जाया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे परिवहन मंत्री अनिल परब के घर के बाहर प्रदर्शन करेंगे। पालघर जिले के जव्हार बस डिपो के एक एसटी बस कंडक्टर ने जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश की। दीपक गोरखडे नाम के कंडक्टर की हालत नाजुक है और उसे इलाज के लिए नाशिक के एक अस्पताल में दाखिल कराया गया है। बताया जा रहा है कि कम और अनियमित वेतन से परेशान होकर गोरखडे ने आत्महत्या की कोशिश की।