आग से मत खेलो, भस्म हो जाओगे!- संजय राऊत
संभाजीनगर, सौ दिनों में महंगाई कम करने का दावा करके भाजपा ने वोट हासिल किए। लेकिन सत्ता में आने के बाद वह आम जनता को भूल गई। अब महंगाई के बारे में पूछे जाने पर राज्य में सांप्रदायिक तनाव निर्माण किया जा रहा है। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का उपयोग करके राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। लेकिन इस साजिश की छाती पर पैर रखकर शिवसेना देश में अपनी छाप छोड़ेगी। बेवजह ऐसे खेल मत खेलो, भस्म हो जाओगे। इन शब्दों में शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत ने विरोधियों को चेतावनी दी है।
संभाजीनगर में कल शिवसेना नेता संजय राऊत के नेतृत्व में शिवसेना की ओर से महंगाई के विरोध में आक्रोश मोर्चा निकाला गया। पूरा परिसर केंद्र सरकार के विरोध में लगाए गए नारों से गूंज उठा था। ‘वाह रे मोदी तेरा खेल, सस्ती दारू महंगा तेल’, ‘मोदी सरकार का करना क्या, नीचे सिर ऊपर पैर’ जैसे नारे लगाए गए। राऊत ने कहा कि देश मौजूदा समय में कठिन परिस्थितियों से जूझ रहा है लेकिन इसकी किसी को पड़ी नहीं है। सत्ता से संघर्ष करने की तैयारी कोई नहीं दिखा रहा है। संघर्ष शिवसेना की रग-रग में बसा हुआ है इसीलिए आज इतना बड़ा आक्रोश मोर्चा निकला है। आपकी सरकार होते हुए भी मोर्चा क्यों निकाल रहे हैं? एक पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए राऊत ने कहा कि महंगाई राष्ट्रीय मुद्दा है। पेट्रोल-डीजल का दाम कम करना राज्य सरकार के हाथ में नहीं है। महंगाई कम करने के लिए पेट्रोल के दाम ५ रुपए कम किए गए। अब राज्य कितना कम करेगी, ऐसे सवाल उठाए जा रहे हैं। राज्य की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है
इसलिए केंद्र ने यदि ५० रुपए कम किए तो राज्य सरकार कुछ विचार करेगी।
राऊत ने कहा कि वर्ष २०१४ में महंगाई को लेकर आंदोलन करते हुए भाजपा की नेता स्मृति ईरानी गैस सिलिंडर लेकर नाच रही थीं। अब गैस हजार रुपए के पार है। स्मृति ईरानी अब क्या कर रही हैं? महंगाई के खिलाफ आंदोलन करें, मैं यहां से उन्हें ५० खाली सिलिंडर भेजता हूं। सीमेंट, मोबाइल कॉल महंगे हो गए हैं। मोदी सरकार की आर्थिक नीति के कारण १२ हजार छोटे व्यापारियों ने आत्महत्या कर ली। एयर इंडिया को बेच दिया। उसकी कीमत १७ हजार करोड़ रुपए, जबकि हमारे प्रधानमंत्री १८ हजार करोड़ का विमान खरीदते हैं।