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मुंबई, महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के आवास और अन्य ठिकानों पर शनिवार को लगातार दूसरे दिन आयकर विभाग ने छापेमारी की। नागपुर के मिडास बिल्डिंग में स्थित साईं शिक्षा संस्थान के कार्यालय और अन्य कुछ जगहों पर आयकर के अधिकारियों ने दबिश दी। इस दौरान आयकर टीम की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के जवान तैनात थे।
इसके अलावा आयकर विभाग की एनआईटी में भी कार्रवाई जारी रही। सूत्रों के मुताबिक श्री साईं शिक्षण संस्थान को कथित तौर पर मिले 4.18 करोड़ के दान पर जांच केंद्रित है। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक दिल्ली की चार कंपनियों ने इतनी बड़ी राशि नगद दान की थी। उसके बाद यह राशि साईं शिक्षण संस्थान ट्रस्ट में गई जिस पर देशमुख परिवार का नियंत्रण है। बता दें, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर के आरोपों के बाद सीबीआई देशमुख (71) के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की भी जांच कर रही है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कई बार तलब किए जाने के बावजूद जांच एजेंसी के सामने पेश ने होने पर महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ अदालत का रुख किया है।
जांच एजेंसी ने देशमुख को उनके खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कई बारी समन जारी कर पेश होने का आदेश दिया था। देशमुख लगातार ईडी के समन के बावजूद उसके समक्ष हाजिर नहीं हो रहे हैं। इसके चलते उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है। ताकि वो देश छोड़कर भाग न सकें।
इस मामले में देशमुख के दो अन्य सहयोगियों संजीव पलांडे और पीए शिंदे के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की है। दोनों अभी जेल में बंद हैं। ईडी ने कोर्ट को बताया कि अनिल देशमुख और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ जांच जारी है। जैसे ही जांच पूरी होगी, बाकी लोगों के खिलाफ भी पूरक चार्जशीट दाखिल की जाएगी। हालांकि, चार्जशीट में देशमुख या उनके परिवार के सदस्यों को आरोपी नहीं बनाया गया है। बता दें कि ईडी ने देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली से संबंधित कई आरोप लगाए हैं।




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