महावितरण के बिल बकाए और बढ़ते कर्ज के बोझ को लेकर राज्य सरकार गंभीर
मुंबई, राज्य सरकार के ऊर्जा विभाग के अधीन काम कर रही प्रदेश की प्रमुख बिजली प्रदाता तीनों कंपनियों का बकाया और कर्ज का बोझ चिंताजनक है। कंपनियों की स्थिति को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। जल्द ही इस मसले का हल निकाल लिया जाएगा, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता को भरोसा दिलाया है कि सूबे को किसी भी हाल में अंधकार में नहीं डूबने देंगे। महावितरण के बिल बकाए और बढ़ते कर्ज के बोझ को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। इस मसले का हल शीघ्र निकाला जाएगा।
कल सह्याद्री गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्य मंत्रिमंडल के विभिन्न सदस्यों की उपस्थिति में महावितरण की वित्तीय स्थिति पर एक प्रस्तुति दी गई। महावितरण का बिजली बिल बकाया बढ़कर ७३,८७९ करोड़ रुपए हो गया है और कंपनी के सामने ४५,४४० करोड़ रुपए कर्ज का पहाड़ खड़ा हो गया है। बैठक में शामिल कई मंत्रियों ने आशंका जताई कि बकाया राशि और कर्ज के बोझ को गंभीरता से नहीं लिया गया तो राज्य अंधेरे में चला जाएगा।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस मुद्दे पर तकनीकी समाधान खोजना बहुत जरूरी है। यह समाधान तकनीकी होना चाहिए। हमें पेशेवर तरीके से कदम उठाकर महावितरण के स्तर को ऊपर उठाना चाहिए।