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ठाणे, विघ्नहर्ता के आगमन से कई तरह की दिक्कतों का नाश हुआ है। कोरोना काल में पैâली निराशा की जगह लोगों में उत्साह का माहौल पैâलने लगा है। बाजारों में खरीदारी बढ़ी है। कोरोना के चलते ठप पड़ गए फूल व्यवसाय में फिर से बहार लौटने लगी है। गणेशोत्सव के दौरान फूलों की कीमतें बढ़ने तथा उनकी अच्छी बिक्री होने से व्यापारी मालामाल हुए हैं। इससे फूलों की खेती करनेवाले किसान, व्यापारी तथा दुकानदारों में खुशी का माहौल है।
बता दें कि पिछले डेढ़ साल से लोग कोरोना के साये में जीने को मजबूर हैं। कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए तथा बाद में ढील दी गई। इस दौरान समाज के हर वर्ग को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अब जब कोरोना संक्रमण के मामले कम हुए हैं और प्रतिबंधों में ढील दी गई है, इसका सकारात्मक परिणाम लोगों में दिखाई देने लगा है। गणेशोत्सव से पूर्व जिन फूलों का भाव २० से ३० रुपए हुआ करता था, मांग बढ़ने की वजह से उनके भाव दोगुने से भी ज्यादा हो गए हैं। ठाणे के अशोक टाकीज गली स्थित हरदेव फूल भंडार के मालिक गोरक्ष भगत ने बताया कि बाप्पा की मूर्ति पर डालनेवाला हार ५०० से ६०० से बीच बिक रहा है। गेंदे के फूल का भाव थोक बाजार में ४० रुपए है। खुदरा में ६० रुपया के हिसाब से बेचा जा रहा है। गणेशोत्सव के पूर्व इसका भाव २० से २५ रुपए हुआ करता था। इसी तरह रजनीगंधा २४० रुपए तथा सेवंती का फूल ६० रुपए किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष गणेशोत्सव के दौरान फूलों के व्यवसाय में जबरदस्त उछाल आया है।


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