रानीबाग मालामाल! कमाई में ७ गुना की वृद्धि
मुंबई, महानगर मुंबई में एकमात्र प्राणी संग्रहालय वीर जीजामाता भोसले प्राणी संग्रहालय (रानी बाग) में पशु-पक्षियों और जीव-जंतुओं को देखने के लिए बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटन आते हैं। रानी बाग की शोभा बढ़ाने के लिए राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे की पहल पर पेंग्विन को लाकर यहां रखा गया। जिसके बाद यहां दर्शकों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। रानीबाग प्रशासन की ओर से जारी आंकड़े बताते हैं कि पर्यटकों ने यहां पेंग्विन देखने में खूब रुचि दिखाई है और पेंग्विन से जबरदस्त कमाई हुई है।
रानीबाग के अधिकारियों ने आंकड़ा जारी कर बताया कि पेंग्विन के आने के बाद यहां पिछले तीन साल में ४० लाख से ज्यादा लोग आए, जिससे प्राणी संग्रहालय के राजस्व में १४.३६ करोड़ रुपए अधिक जमा हुआ। पिछले वर्षों की तुलना में यह ६७७ प्रतिशत ज्यादा है। यह आंकड़ा हाल ही में कुछ राजनीतिक दलों द्वारा रानीबाग में पेंग्विन के रखरखाव के कारण मनपा को करोड़ों रुपए के नुकसान का आरोप लगाने के बाद जारी किया गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अप्रैल २०१४ और मार्च २०१७ के बीच मनपा को वीर जीजामाता भोसले चिड़ियाघर की कुल आय २.१० करोड़ रुपए हुई, जबकि मार्च २०१७ में पेंग्विन के आने के बाद से मार्च २०२० के बीच चिड़ियाघर की कुल आय १४.३६ करोड़ रुपए हुई है। इसलिए यह स्पष्ट है कि पेंग्विन के आने से रानीबाग की आय में १२.२६ करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। जबकि पेंग्विन की देखरेख के लिए निविदा का कुल मूल्य ११.४६ करोड़ रुपए ही है। ऐसे में चिड़िया घर में पेंग्विन के रखरखाव पर होने वाला खर्च आय से कम है इसलिए यह कहना गलत है कि रानीबाग में पेंग्विन के आने से मनपा को भारी नुकसान हो रहा है।