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नागपुर : राज्य में महाविकास अघाड़ी ने लोगों के मन में जगह बना ली है। इसलिए यह सरकार 5 नहीं, बल्कि 25 वर्ष तक कायम रहेगी। यह बात नागपुर दौरे पर आई राष्ट्रवादी कांग्रेस की दिग्गज नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने कही। उन्होंने एक दिन पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ बंद कमरे में हुए बैठक पर कुछ कहने से इनकार कर दिया। हालांकि उन्होंने कहा कि भाजपा-सेना का गठबंधन कोई इंस्टेंट कॉफी नहीं  है, इसलिए इस बारे में कुछ भी इंस्टेंट नहीं कहूंगी। हां, यह जरूर बताना चाहूंगी कि मेरा जीवन ब्रेकिंग न्यूज नहीं है, बल्कि वास्तविकता है। 

सुप्रिया ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण आर्थिक अड़चने की थी, यह बात मान्य है लेकिन इसी के साथ विकास कार्य भी होने जरूरी है। राज्य सरकार ने विधायकों को विकास निधि उपलब्ध कराई। लेकिन केन्द्र सरकार ने पिछले डेढ़ वर्ष से एक दमड़ी तक नहीं दी। उन्होंने कहा कि मानवता के नाते केन्द्र सरकार ने मदद करनी थी। इस दौरान राकां के शहराध्यक्ष दुनेश्वर पेठे, रमेश बंग, प्रकाश गजभिये, ईश्वर बालबुधे,शैलेंद्र तिवारी आदि उपस्थिति थे। 

राज्य में चल रही राजनीतिक उठापटक पर भी सुप्रिया ने खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि मैं किसी को भी कोई सलाह नहीं देती। पार्टी के नीति के अनुसार कार्य करती हूं लेकिन ऐसा पहली बार देखने में आया है कि विरोधियों को शांत करने के लिए ईडी का उपयोग इस प्रकार किया जा रहा है। एनसीपी नेता एकनाथ खड़से के खिलाफ ईडी द्वारा कार्रवाई की गई। उन्होंने ताना कसते हुए कहा कि ईडी की कार्रवाइयों का फायदा राकां को ही हुआ है। 

उन्होंने कहा कि निजीकरण का विरोध नहीं है लेकिन केन्द्र ने इसके लिए जिस स्पीड से काम किया जा रहा है, उससे विचार आता है कि क्या सरकार दिवालिया हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के कारण व्यापार क्षेत्र में कई परेशानियां हुई। इसलिए अब केंद्र को अलग नीति अपनानी चाहिए। राज्य के 12 जिलों में कम बारिश से किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें भी मदद की जरूरत है।

सुप्रिया से सिटी के रेड लाइट एरिया गंगा-जमुना में जारी विवाद को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह प्रश्न काफी संवेदनशील है। यह देखते हुए कि राकां ने कोरोना काल में अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा कि यह काम के लिए था न कि पार्टी में प्रवेश के लिए। उन्होंने आगामी मनपा चुनावों के मद्देनजर लोगों को लालच देकर पार्टी में शामिल होने के आरोपों से भी इनकार किया। उन्होंने कहा कि हम हमेशा संसद में महिलाओं के मुद्दों को उठाते हैं। उन्होंने राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के मुद्दे की गंभीरता पर भी चिंता व्यक्त की।

सुप्रिया के शहर में होने से राजनीति भी गर्मा गई। छापरू नगर चौक पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया। कार्यकर्ता महाविकास आघाडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। नारे में सरकार को भ्रष्टाचारी कहकर राकां और अनिल देशमुख के खिलाफ नारे लगाये गये। सभी करीब 3 बजे से ही सुप्रिया के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे थे। डेढ़ घंटे के बाद पहुंची सुप्रिया को देखते ही माहौल गर्म हो गया। हालांकि सुप्रिया अपने वाहन से उतरकर भाजयुमो के कार्यकर्ताओं से बात करने पहुंची लेकिन माहौल काफी उग्र होने से उन्हें भी लौटना पड़ा। इस दौरान डीसीपी मतानी द्वारा भाजयुमो के कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास करते रहे। 


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