एंड्रॉइड फोन यूजर्स के लिए खतरा कंगाल करनेवाला वायरस
मुंबई, एंड्रॉइड फोन यूजर्स के लिए खतरा वापस लौट आया है। खतरनाक मैलवेयर ‘जोकर’ की वापसी हुई है। यह फोन में मौजूद कुछ ऐप्स पर धीरे से कब्जा कर लेता है। इनमें सबसे खतरनाक बात है कि वह पेमेंट वाले ऐप्स को भी धीरे से अपना शिकार बना लेता है। हालांकि अभी जोकर रिटर्न्स यूरोप में ही देखने को मिला है। मगर दुनिया भर के एंड्राइड यूजर्स के लिए यह चिंता का विषय तो बन ही गया है।
गौरतलब है कि बेल्जियम पुलिस ने हाल ही में एंड्रॉइड ऐप यूजर्स को ‘जोकर’ वायरस की वापसी के बारे में चेतावनी दी थी। सबसे खतरनाक वायरसों में से एक, ‘जोकर’ एंड्रॉइड डिवाइसों पर हमला करता है और गूगल प्ले स्टोर पर विभिन्न ऐप्स में खुद को छुपाता है। कहा जा रहा है कि यह वायरस उपयोगकर्ता को उनकी अनुमति के बिना भुगतान सेवाओं की सदस्यता लेने में सक्षम है। बेल्जियन पुलिस ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में कहा, ‘इस मैलिशियल प्रोग्राम को आठ प्ले स्टोर एप्लिकेशन में पाया गया है।’ संयोग से, ये ८ ऐप वही हैं जो क्विकहील सिक्योरिटी लैब्स के शोधकर्ताओं ने इस साल जून में खोजे थे। मैलवेयर की सूचना मिलने के बाद गूगल ने इन ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया था। हालांकि, एंड्रॉइड यूजर्स को इन ऐप्स को अपने स्मार्टफोन से हटाना होगा। और जैसा कि बेल्जियम के अधिकारियों की हालिया चेतावनी से पता चलता है कि ऐसे उपयोगकर्ता हैं, जिनके पास अभी भी ये ऐप उनके डिवाइस पर हैं और वे जोकर मैलवेयर के शिकार हो रहे हैं। जोकर सबसे लगातार चलनेवाले मैलवेयर में से एक है, जो लगातार एंड्रॉइड उपकरणों को लक्षित करता है। यह पहली बार वर्ष २०१७ में पता चला था। क्विक हील के शोधकर्ताओं के अनुसार, जोकर एसएमएस, कॉन्टैक्ट लिस्ट, डिवाइस की जानकारी, ओटीपी समेत यूजर की कई संवेदनशील जानकारियां चुराता है। ‘इसकी वजह से आपको अपने बैंक अकाउंट में या अपने क्रेडिट कार्ड पर महीने के अंत में एक बड़ा सरप्राइज देखने को मिल सकता है।’ बेल्जियम पुलिस ने ऐप के बारे में चेतावनी देते हुए कहा, कि यह वायरस पेड सर्विसेज की सदस्यता लेता है, खासतौर से प्रीमियम सर्विसेज का, जिनके बारे में यूजर को भनक तक नहीं लगती।