वृक्ष प्राधिकरण की मजबूरी, महंगी हुई पेड़ों की छंटाई
मुंबई : मनपा प्रशासन हर साल मानसून पूर्व पेड़ों की छंटाई करने के लिए ठेकेदार की नियुक्ति करती है। इस साल मनपा ने ठेकेदार की नियुक्ति नहीं की। इस बीच मुंबई में आए तौकते तूफान ने हजारों की संख्या में पेड़ों को धरसाई कर दिया। पेड़ों को काटने और टहनियों को छांटने के लिए मनपा ने पुराने ठेकेदार का उपयोग किया। मनपा की इस लापरवाही का फायदा उठाते हुए पुराने ठेकेदार ने खर्च बढ़ा दिया, जिसकी मंजूरी मनपा के वृक्ष प्राधिकरण को देना मजबूरी हो गई।
उल्लेखनीय है कि मनपा ने मानसून के दौरान पेड़ों की छंटाई और टहनियों को काटने का ठेका वर्ष 2019 में दिया था, जिसका कार्यकाल 2021 में मार्च महीने में खत्म हो गया। मनपा मानसून के दौरान पेड़ों की छंटाई आदि का ठेका दो सालों के लिए तीन करोड़ 44 लाख रुपए का दिया था। मनपा ने समय रहते पेड़ोंं की छंटाई और टहनियों को काटने एवं हटाने का प्रस्ताव नहीं देने से मजबूरी में पिछले साल के ठेकेदार को ही आगे का काम देना पड़ा। जून महीने में आए तौकते तूफान से मुंबई में 850 से अधिक पेड़ गिर गए और 1200 से अधिक पेड़ों की टहनियां गिर गईं। ठेकेदार ने अधिक कार्य की जानकारी देते हुए पेड़ों की छंटाई और टहनियों को काटने का खर्च 72 लाख 40 हजार रुपए बढ़ गया। ठेकेदार को दो साल पूर्व दी गई कीमत में 21 प्रतिशत बढ़ गई है। ए वार्ड में 3 करोड़ 44 लाख का ठेका 73 लाख बढ़ा दिया। इसी तरह एच पश्चिम में 5 करोड़ 9 लाख में 51 लाख रुपए की बढोत्तरी कर दी गई ।