जुहू-चौपाटी के पाव-भाजी व भेलपूरी वाले। वालों का दर्द
मुंबई : संचारबंदी से हर कोई परेशान है। घूमने-फिरने पर लगी पाबंदी के कारण पर्यटन व्यवसाय को काफी नुकसान हुआ है। इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं जुहू-चौपाटी के पाव-भाजी व भेलपूरी वाले। आर्थिक तंगी से जूझ रहे इन स्टॉल वालों ने अपना दर्द बयां करते हुए बिजली कंपनी से बिजली का बिल भरने के लिए समय देने की मांग की है। कोरोना की मार झेल रहे चौपाटी के पाव-भाजी स्टॉल वालों के बिजली का मीटर बिजली कंपनी के कर्मचारी काटकर उठा ले गए। बता दें कि मुंबई के जुहू चौपाटी भेलपुरी, भाजी पाव, गोला, शरबत पानी पूरी के लिए जाना जाता है। अपने परिवार के साथ मुंबईकर ही नहीं, बल्कि देश-विदेश के हजारों सैलानी भी वहां आया करते थे। कोरोना के कारण हर उधोग की तरह इस उधोग पर भी मार पड़ी है। तुलजा भवानी स्टॉल के मालिक खेमराज रामचंद्र अग्रवाल ने बताया कि २२ मार्च, २०२० से जबसे कोरोना की मार पड़ी है तब से लॉकडाउन व संचारबंदी के दौर में भी स्टॉल वालों ने निरंतर अपने बिजली का बिल भरा है। लेकिन कुछ स्टॉल वाले, जो या तो गांव गए थे या आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, इन्हें बिल भरने में समय देना चाहिए। खेमराज रामचंद्र अग्रवाल के मुताबिक एक स्टॉल का बिल मात्र ७,४७० रुपए बाकी था। उस स्टॉल का मीटर भी बिजली कर्मचारी काट कर ले गए और उस पर ३,२७० का सिक्युरटी डिपॉजिट भी लगाकर बिल भेज दिया। पान के स्टॉल वाले नरेंद्र शर्मा ने कहा कि बिजली कर्मचारी जब मीटर काटने आए तो जब तक उनके स्टॉल का बिल नहीं भरा गया, मीटर नहीं छोड़ा। इस मामले में जब अडानी इलेक्ट्रीसिटी के अधिकारी रितेश कांबले से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमको ऊपर से जो आदेश आता है, हम उसका पालन करते हैं। अगर इससे ज्यादा पूछना है तो आप हमारे बड़े अधिकारी से पूछिए।