अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध नहीं होने के कारण कुर्सी पर ही लेटाकर ऑक्सीजन दिया जा रहा
कल्याण : कल्याण-डोंबिवली मनपा क्षेत्र में प्रतिदिन मिल रहे मरीजों की संख्या नया रिकॉर्ड बना रही है। ऐसी परिस्थिति में अस्पताल में इलाज के लिए बिस्तर मिल पाना नामुमकिन सा हो गया है। बतादें कि कोविड मरीजों के उपचार के लिए कल्याण डोंबिवली शहर में सरकारी और प्राइवेट इसतरह कुल मिलाकर 74 अस्पताल हैं, इसके बावजूद इन अस्पतालों में मरीजों को बिस्तर मिल पाना आसान नहीं है, सभी अस्पताल फुल हैं जिसका सीधा असर वैद्यकीय सेवाओं पर पड़ा है। इसका जीता जागता उदाहरण कल्याण पश्चिम स्थित रुक्मिणी बाई अस्पताल में देखने को मिला। इस अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध नहीं होने के कारण अस्पताल में आए हुए संदिग्ध मरीज जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता हैं उन मरीजों को कुर्सी पर ही लेटाकर ऑक्सीजन दिया जा रहा है। इस महामारी के समय में यह दृश्य देखकर आपका मन विचलित हो सकता है लेकिन इस वास्तविकता से इनकार भी नहीं किया जा सकता है। मामला संज्ञान में आने के बाद केडीएमसी कमिश्नर डा.विजय सूर्यवंशी ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता मरीजों की जान बचाना है। बेड की कमी की बात कबूल करते हुए आयुक्त ने कहा कि जिन मरीजों को आक्सीजन की जरूरत है उन्हें दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि बेविनार के माध्यम से हम टास्क फोर्स और कोविड अस्पतालों के डाक्टरों के साथ मीटिंग कर हरेक परेशानियों को दूर करने का उपाय शीघ्र किया जाएगा।