मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी ड्रग्स तस्करी में लिप्त इंदौर पुलिस ने किया गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के इंदौर की क्राइम ब्रांच ने शनिवार रात मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपित अयोजन इब्राहिम कुरैशी (मुंबई) और गुलशन कुमार हत्याकांड के आरोपित वसीम उर्फ बाबू उर्फ असलम खान (नासिक) को ड्रग तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। अय्यास डी कंपनी (दाउद इब्राहिम से संबंधित) से जुड़ा है। आरोपित वसीम भी वास्तुकार व टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार हत्याकांड में सहअभियुक्त रहा है। पुलिस का दावा है कि वसीम के तार अबू सलेम से जुड़े हैं। दोनों आरोपित एमडीएमए तस्कर दिनेश अग्रवाल, रईस उर्फ रईसुद्दीन और अशफाक से एमडीएमए खरीदते थे।
मुंबई ब्लास्ट मामले में अय्यूब को पांच साल की सजा हुई थी, जबकि हत्याकांड में वसीम तीन साल जेल में रहने के बाद बरी हो गई थी।एडीजी योगेश देशमुख के मुताबिक, बीते दिनों 70 करोड़ रुपये के बाजार मूल्य की मिथकीन डाईऑक्सी मेथफेटामाइन (एमडीएमए) के साथ हुई। साथ पकड़े गए दिनेश अग्रवाल, अशफाक उर्फ एससी राज और रईस उर्फ रईसुद्दीन के मोबाइल, इंटरनेट अकाउंट्स और बैंक खातों की जांच के दौरान अयधन और वसीम के बारे में क्ल मिले थे। पुलिस ने सख्ती की तो तस्कर टूट गए और बताया कि वसीम और अयनीय को लगभग पांच साल से एमडीएमए सप्लाई कर रहे हैं। ज्यादातर ड्रग लॉकडाउन के दौरान बेची गई थी। इंदौर रेंज के आइजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक पुलिस को मुंबई, नासिक के कुछ अन्य तस्करों की जानकारी भी मिली।)
आइजी मिश्र के मुताबिक, आरोपित 50 वर्षीय वसीम पुत्र बाबू खान निवासी मुंबई 1997 में चिरचित गुलशन कुमार हत्याकांड में शामिल था। इन दिनों वह साईनाथ नगर नासिक में टिके खरीदने-बेचने का काम करने लगा था। आरोपित अय्यूब पुत्र इब्राहिम कुरैशी निवासी मुंबई सामाजिक कार्यकर्ता बन गया था। 1993 में मुंबई के सीरियल बम ब्लास्ट का आरोपित अय्यूब रेलवे की पार्किंग के ठेके लेता था। क्राइम ब्रांच के सिपाही पहले कबाड़ी बनकर वसीम के पास पहुंचे और मौका मिलते ही हिरासत में ले लिया। उसके माध्यम से अय्यास को बुलाया और मुंबई की निर्मल नगर पुलिस अफसरों की मदद के बारे में इंदौर ले आए।