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मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में साइबर पुलिस ने गैस एजेंसी दिलाने के नाम पर चल रहे ठगी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में बिहार से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दो लोगों के पश्चिम बंगाल में भी पकड़े जाने की बात सामने आई है। बिहार से पकड़े गए रवि शंकर कुमार और डॉली शर्मा नामक दो आरोपियों को शुक्रवार को मुंबई की किला कोर्ट में पेश किया गया।
हालांकि दोनों के एडवोकेट अजय उमापति दुबे ने आरोप लगाया कि इन दोनों को इस केस में गलत फंसाया गया है, लेकिन साइबर पुलिस ने कोर्ट में दोनों आरोपियों के खिलाफ सबूत पेश किए। इसके बाद कोर्ट ने दोनों को 7 जनवरी तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया।
इन दोनों की गिरफ्तारी गोरेगांव के एक व्यक्ति की शिकायत पर हुई। शिकायतकर्ता 2 नवंबर को जब अपने मोबाइल पर इंटरनेट देख रहा था, तभी गैस एजेंसी को लेकर उसे लिंक मिला। उसने जब लिंक ओपन किया, तो वहां उसे एक फोन नंबर मिला। शिकायतकर्ता ने फोन पर बात की। उसमें उन्हें बताया गया कि संबंधित वेबपेज पर एक फॉर्म मिलेगा, उसमें सारी व्यक्तिगत जानकारी लिख कर भेज दें।
शिकायतकर्ता से ठगे 3 लाख 66 हजार
एजेंसी लेने के बदले एजेंसी के इच्छुक व्यक्ति को करीब 30 लाख रुपये के निवेश करने की बात थी, लेकिन आरोपियों की तरफ से शिकायतकर्ता को यह भी बताया गया कि सरकार की तरफ से इस एजेंसी को लेने के लिए उन्हें लोन भी आसानी से मिलेगा। इसके लिए कुछ राशि उन्हें ऑनलाइन खुद भी ट्रांसफर करनी पड़ेगी। शिकायतकर्ता से कुल 3 लाख 66 हजार रुपये मांगे गए थे। उन्होंने बताए गए एक अकाउंट नंबर पर कुछ लाख रुपये ट्रांसफर भी कर दिए, लेकिन उन्हें जब कोई गैस एजेंसी मिली नहीं, तब उन्होंने साइबर पुलिस में शिकायत की।
इसी के बाद इंस्पेक्टर प्रमोद खोपीकर ने जांच शुरू की और इसी में दो आरोपी 29 दिसंबर को बिहार में पकड़े गए। उन्हें वहां की कोर्ट ने तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई पुलिस को सौंप दिया। शुक्रवार को इनकी किला कोर्ट में पेशी हुई। मुंबई पुलिस को इस केस में कई और गिरफ्तारियों की उम्मीद है।

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