मुंबई: CM उद्धव ठाकरे ने BJP पर साधा निशाना, कहा- हावी होंगे तो हाथ धोकर पीछे पड़ जाऊंगा
मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार ने एक साल पूरे कर लिए हैं. इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी मुखपत्र सामना को इंटरव्यू दिया और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि फिलहाल सिर्फ हाथ धो रहा हूं, ज्यादा हावी होंगे तो हाथ धोकर पीछे पड़ जाऊंगा.
ईडी-सीबीआई की डर किसे दिखाते हो- उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'ईडी और सीबीआई का डर किसे दिखाते हो? महाराष्ट्र सरकार को जनता का आशीर्वाद है.' उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, 'सरकार ने एक साल पूरे कर लिए हैं. सरकार आज गिराएंगे, कल गिराएंगे, इस दौरान ऐसा बोलने वालों के दांत गिर पड़े हैं.'
'हाथ धोकर पड़ जाऊंगा पीछे- उद्धव ठाकरे ने कहा, 'कुछ लोगों के दिमाग में विकार आ गया है, इसका उपचार करना होगा. फिलहाल सिर्फ हाथ धो रहा हूं, हावी होंगे तो हाथ धोकर पीछे पड़ जाऊंगा.' शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी और उनके बेटे से पूछताछ पर उद्धव ठाकरे ने कहा, 'ईडी, आदि का दुरुपयोग करके दबाव बनाओगे तो याद रखना बच्चों के पीछे लगकर विकृत आनंद पानेवालों, तुम्हारे भी परिवार और बच्चे हैं, ये मत भूलो.'
'संयमी हूं, लेकिन इसका मतलब नामर्द नहीं- उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'सीबीआई का दुरुपयोग करने लगे तब ऐसी नकेल लगानी ही पड़ती है. ईडी ही क्या, सीबीआई क्या, उस पर राज्य का अधिकार नहीं है? हम देते हैं नाम, हमारे पास हैं नाम. माल-मसाला तैयार है. पूरी तरह से तैयार है, लेकिन बदले की भावना रखनी है क्या? फिर जनता हमसे क्या अपेक्षा रखेगी. बदले की भावना से ही काम करना है तो तुम एक बताओ, हम दस बताएंगे.' उन्होंने कहा, 'मैं शांत हूं, संयमी हूं, लेकिन इसका मतलब मैं नामर्द नहीं हूं.'
अर्नब गोस्वामी के मामले में भी बोले- अर्नब गोस्वामी और इंटीरियर डिजाइनर की आत्महत्या के सवाल पर उद्धव ठाकरे ने कहा, 'ये दुखदायी है. महाराष्ट्र में मराठी माणुस को खड़ा ही नहीं होना चाहिए क्या? उद्योग-व्यापार नहीं करना चाहिए क्या? बाहरी आएंगे, उसे फंसाएंगे, उसके सीने पर नाचेंगे और इन दुष्कृत्यों के कारण यदि किसी ने आत्महत्या कर ली और आत्महत्या करते समय उसने जो सुसाइड नोट लिखा. उसमें जिनका नाम है, उनकी जांच न करना, उसे दबा देना और फिर बाहर निकाली गई तो उसकी तरफ से बोलनेवालों के पीछे आप ईडी लगा देते हो. मतलब मराठी माणुस को महाराष्ट्र में गाड़ कर उसके ऊपर आप नाचोगे? और वह हम खुली आंखों से सहन करेंगे? यह नहीं होगा.'