क्यूआर कोड से मुंबई पुलिस अपने कर्मचारियों पर रखेगी नज़र
मुंबई : मुंबई पुलिस अब अपने कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए क्यूआर कोड (QR CODE) की मदद लेगी। अक्सर कई जगहों पर पेट्रोलिंग (MUMBAI POLICE PATROLLING) के लिए पुलिस कर्मियों को भेजा जाता है। इसलिए उन सभी लोगों पर निगरानी रखने साथ ही उन्हें अधिक जवाबदार और सक्षम बनाने के लिए मुंबई पुलिस ने यह प्रयोग करने का फैसला किया है। पुलिस आधुनिक तकनीक के जरिए पुलिस कर्मचारियों पर निगरानी रखेगी। इसी बात को देखते हुए मुंबई में अलग-अलग जगहों पर क्यूआर कोड लगाया गया है। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगने के बाद उन्हें सबसे पहले स्पॉट पर पहुंचकर क्यूआर कोड को स्कैन करना पड़ेगा। जिसके बाद उन पुलिसकर्मियों की अपडेटेड जानकारी सीधे कंट्रोल रूम तक जाएगी। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि जिस पुलिसकर्मी को जो जवाबदारी दी गई थी। वह पूरी तरह से निभाई गई है या नहीं।
फिलहाल कई महत्वपूर्ण जगहों पर क्यूआर कोड सिस्टम लगाया गया है। जल्द ही पूरे मुंबई शहर में इस व्यवस्था को शुरू किया जाएगा। एक बार जब पूरे शहर में यह सिस्टम लग जाएंगे। तब संबंधित पुलिस कर्मचारियों पर निगरानी करना वरिष्ठ अधिकारियों के लिए और भी आसान हो जाएगा। पेट्रोलिंग करने वाले पुलिस कर्मचारियों को हर दो घंटे में अपनी और संबंधित जगहों की जानकारी को क्यूआर कोड स्कैन कर देनी होगी।
बीते कुछ महीनों में मुंबई और महाराष्ट्र पुलिस को बदनाम करने की साजिश को अंजाम दिया गया। जिसमें 80 हज़ार से भी ज्यादा फेसबुक अकाउंट तैयार किए गए थे। ऐसा दावा मुंबई पुलिस ने अपनी जांच में किया था। इसी के बाद इस प्रकरण में पुलिस आयुक्त के आदेश पर साइबर सेल ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच भी शुरू की है।
मुंबई पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को भी गिरफ्तार किया था। जो लोकल ट्रेन में यात्रा करने के लिए फर्जी क्यूआर कोड बना कर देने का काम कर रहा था। मुंबई शहर में ऐसी 6 शिकायतें दर्ज हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर आरोपी को गिरफ्तार किया था।