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मुंबई : रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बहस करने कि चुनौती देते हुए कहा कि वे स्वतंत्र पत्रकारिता करने से हमें नहीं रोक सकते। रायगड जिला स्थित तलोजा जेल से रिहा होने के बाद अर्नब ने यह बयान दिया। उच्चतम न्यायालय से अंतरिम जमानत मिलने के कुछ घंटे बाद पत्रकार अर्नब गोस्वामी तलोजा जेल से रिहा कर दिए गए। उन्हें एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के वर्ष 2018 के एक मामले में गत चार नवंबर को गिरफ्तार किया गया था।

न्यायिक हिरासत में एक सप्ताह जेल में गुजारने और उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के बाद फिर से न्यूज रूम पहुंचे पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने 'फर्जी' मामले में उन्हें गिरफ्तार करने को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर बुधवार को हमला बोला। रिपब्लिक चैनल में अपने सहकर्मियों से घिरे गोस्वामी (47) ने कहा, उद्धव ठाकरे, सुन लो मुझे। आप हार गए।" उन्होंने एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित तौर पर खुदकुशी के लिए उकसाने के 2018 के मामले में अपनी ''अवैध'' गिरफ्तारी पर मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को भी आड़े हाथों लिया।

गोस्वामी ने कहा कि तलोजा जेल में उनसे पुलिस तीन दौर की पूछताछ करती थी। उन्होंने कहा, '' उद्धव ठाकरे आपने मुझे एक पुराने, फर्जी मामले में गिरफ्तार किया, और मुझसे माफी तक नहीं मांगी।'' पत्रकार ने कहा, '' खेल अब शुरू हुआ है।'' गोस्वामी ने कहा कि वह हर भाषा में रिपब्लिक टीवी शुरू करेंगे और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी उनकी उपस्थिति है। फिर से गिरफ्तार होने की आशंका व्यक्त करते हुए गोस्वामी ने कहा, '' मैं जेल के अंदर से भी (चैनल) शुरू करूंगा, और आप (ठाकरे) कुछ नहीं कर पाएंगे।'' गोस्वामी ने अंतरिम जमानत देने के लिए शीर्ष अदालत का आभार जताया।


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