मुंबई : स्लम में 45%, नॉन स्लम में 18% लोगों में विकसित हुई एंटीबॉडी
मुंबई : मुंबई के तीन वॉर्डों में कराए गए सीरो सर्वे के दूसरे चरण की रिपोर्ट अमूमन पहले जैसी ही है. इस रिपोर्ट में स्लम इलाकों में रहने वाले 45% नागरिकों में एंटीबॉडी विकसित होने की जानकारी सामने आयी है, जबकि स्लम इलाकों के मुकाबले इमारतों में रहने वाले लोगों में केवल 18% एंटीबॉडी मिली है. मुंबई के तीन वॉर्डों आर उत्तर, एम पश्चिम और एफ उत्तर वॉर्ड में सीरो सर्वे कराया गया था. यह सीरोलॉजिकल सर्वे नीति आयोग, बीएमसी, टाटा इन्स्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (मुंबई) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया.
सर्वे का अध्ययन कस्तुरबा रेणुजीवशास्त्र वैद्यकीय प्रयोगशाला, ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, ए.टी.ई. चंद्रा फाउंडेशन और आयडीएफसी इन्स्टिट्यूट का भी सहयोग रहा. इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों में विकसित एंटीबॉडी की जांच करना है. इसमें रेंडम पद्धति से सैंपल जमा किया गया था, जिसमें सामान्य जनसंख्या, आयु, लिंग के स्तर तथा स्वास्थ्य कर्मियों के नमूने लेकर कोरोना वायरस का प्रसार कैसे हुआ, यह पता चल सकेगा.
पहले चरण में 3 वॉर्डों के निर्धारित 8, 870 नमूनों में से कुल 6,936 नमूने संकलित किए गए थे. जबकि दूसरे चरण में 5,840 निर्धारित लक्ष्य में से 5,384 जमा किए गए थे. सैंपल इकट्ठा करने के लिए 728 व्यक्तियों को लगाया गया था. पहले चरण में जिन लोगों के सैंपल जमा किए गए थे उनमें से इस बार 2% लोगों को शामिल किया गया था.
पहले चरण की रिपोर्ट में स्लम के नागरिकों में 57% और नॉन स्लम के निवासियों में 16% एंटीबॉडी पाई गई थी. दूसरे चरण के सर्वे में स्लम में 45% और नॉन स्लम में 18% एंटीबॉडी मिली है. मतलब पहले के मुकाबले स्लम में 12% लोगों मेंं एंटीबॉडी कम हुई है, जबकि नॉन स्लम में 2% बढ़ी है. दोनों चरणों के सर्वे में पुरुषों की तुलना में महिलाओं में एंटीबॉडी थोड़ा अधिक पाई गई है. हालांकि दूसरे चरण में जिनकी आयु 40 वर्ष से अधिक है, पहले की अपेक्षा अधिक एंटीबॉडीज विकसित हुई है.
इसमें स्वास्थ्य कर्मियों में पहले की अपेक्षा 27% अधिक एंटीबॉडी विकसित पाई गई है. इसमें हेल्थ पोस्ट, दवाखाने, स्वास्थ्य कार्यालय और क्षेत्रीय स्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों का समावेश है. रिपोर्ट में पता चला है कि अलक्षणीय मरीजों में कुछ समय के बाद एंटीबॉडी का स्तर कम हो जाता है. एक बार कोरोना संक्रमित होने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की जानकारी नहीं मिली है.
गुरुवार को कोरोना मरीजों की संख्या 14 लाख पार होने के साथ मृतकों का आंकड़ा भी 37 हजार को पार कर गया. दिन भर में 16,476 नये मरीजों के मिलने से कुल संख्या 14 लाख 922 हो गई है. गुरुवार को 16,104 मरीज ठीक हुए. अब तक 11 लाख 4 हजार 426 मरीज ठीक हो चुके हैं. 394 लोगों की मौत हुई. मृतकों की संख्या 37,056 हो गई है. राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ कर 2 लाख 59 हजार 6 हो गई है.
मुंबई में गुरुवार को 2,352 नये कोरोना मरीज मिले और 43 मरीजों की मौत हुई. कुल मरीज की संख्या 2 लाख 7 हजार 620 है तथा 1 लाख 70 हजार 678 मरीज ठीक हुए हैं. मृतकों की संख्या 8972 है जबकि 27,558 एक्टिव मरीज हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. मुंबई में बड़ी संख्या में नये कोरोना मरीजों के मिलने से अस्पतालों पर तनाव बढ़ता जा रहा है. अस्पतालों में एक बार फिर बेड कम पड़ने लगे हैं.