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मुंबई : वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से पिछले 6 माह से बार एवं रेस्टोरेंट भले ही बंद हैं, लेकिन शराब के शौकीनों के घरों तक शराब पहुंचाने का इंतजाम सरकार की तरफ से किया गया है. आबकारी विभाग ने जहां लॉकडाउन के दौरान लगभग डेढ़ लाख लोगों को शराब पीने का लाइसेंस दिया है, वहीं हर रोज लगभग 4 हजार घरों में शराब पहुंचाई गई है.आबकारी आयुक्त कांतिलाल उपाम के मुताबिक बुधवार 16 सितंबर को 4 हजार 153 ग्राहकों के घर शराब पहुंचाई गयी.

आबकारी आयुक्त उपाम ने बताया कि 15 मई से शराब के शौकीन ग्राहकों को घर पर शराब उपलब्ध कराने की सेवा शुरु है.बुधवार को दिन में  4 हजार 153 ग्राहकों को घर पहुंच शराब बिक्री की सुविधा उपलब्ध कराई गई. इसमें से मुंबई शहर एवं उपनगरों के 3 हजार 858 ग्राहकों का समावेश है. 

आबकारी आयुक्त उपाम के मुताबिक शराब बिक्री के लिए सशर्त अनुमति दी गई है जिसकी वजह से 10 हजार 791 शराब की दुकानों में से 9 हजार 579 दुकानें शुरु हैं. लॉकडाउन की कालावधि में 3 मई को सील पैक शराब बेचने को लेकर सरकार की तरफ से गाइड लाइन जारी की गई थी. जिसके तहत 15 मई से घर पहुंच शराब बिक्री सेवा शुरु है.राज्य उत्पादन शुल्क विभाग की तरफ से तैयार की गई बेवसाइट https://aaplesarkar.mahaonline.gov.in पर शराब पीने के लिए ऑनलाइन लाइसेंस प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध है.

1अप्रैल  से 31 जुलाई तक 1 लाख 54  हजार 269 ग्राहकों ने शराब पीने के लिए लाइसेंस मांगा था,जिसमें से 1लाख 49 हजार 429 को लाइसेंस दिए गए हैं.  बताया गया है किऑनलाइन शराब के लाइसेंस के लिए तकनीकी दिक्कत में सुधार किया गया है.लाइसेंस की सुविधा ऑफलाइन भी उपलब्ध है. 100 रुपये में एक साल के लिए एवं 1000 रुपये में आजीवन लाइसेंस लिया जा सकता है.

पिछले 24 मार्च से राज्य में लॉकडाउन शुरु है. सीमावर्ती राज्यों से अवैध शराब की आपूर्ति को रोकने को लेकर सभी विभागीय उपायुक्तों एवं अधीक्षकों ने नाकाबंदी कर कार्रवाई की, जिसके तहत 16 सितंबर तक राज्य में कुल 89 मामले दर्ज किए गए एवं 50 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.कुल 25 लाख 30 हजार रुपये कीमत की शराब व अन्य वस्तुयें जब्त की गई हैं.


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