ठाणे : लकड़ियों के ढेर के नीचे दबने से दो बहनों की मौत
ठाणे : ठाणे शहर के शिलफाटा परिसर में गोदाम में रखी लकड़ियों के ढेर की चपेट में आने से दो सगी बहनों की मौत हो गई। मृतक बहनों की उम्र 14 और 12 साल की थी। शिलफाटा परिसर में बड़ी संख्या में गोदाम हैं। इन गोदामों की ऊंचाई 25 से 30 फुट है और इनमें लकड़ी, भंगार, टायर, मार्बल, प्लास्टिक भरा रहता है। गोदाम में काम करने वाले लोग परिवार सहित गोदाम के भीतर ही रहते हैं। ठाणे मनपा आपदा प्रबंधन के प्रमुख संतोष कदम और स्थानीय निवासी मुनीर खान के मुताबिक ऐसे ही एक गोदाम में लकड़ियों की प्लाई का ढेर ऊपर तक लगा हुआ था। परिवार के कुछ सदस्य रात के करीब साढ़े नौ बजे भोजन कर रहे थे। दोनों बहनें 14 वर्षीय रंजू विशंभर चौरसिया और 12 वर्षीय मंजू विशंभर चौरसिया उसी ढेर के नीचे रखी लकड़ियां निकाल रही थीं। आशंका है कि उसी समय ऊपर रखी लकड़ियों का ढेर उनके ऊपर गिरा और दोनों लड़कियां और उनके माता पिता उसकी चपेट में आ गए।
लकड़ियों के गिरने की आवाज सुन अगल-बगल के गोदाम में रह रहे लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने लकड़ियों को हटाकर सभी को बाहर निकाला। गंभीर जख्मी दोनों बालिकाओं को छत्रपति शिवाजी अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ समय बाद उनकी मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक दोनों बहनों के सिर पर गहरी चोटें आई थीं।