मुंबई : लॉकडाउन फेल!
मुंबई : देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रधानमंत्री ने 2 चरणों में 3 मई तक लॉकडाउन घोषित किया है, लेकिन मुंबई में लॉकडाउन फेल साबित हुआ है. खुद को सेक्युलर दिखाने की वजह से सरकार विशेष इलाकों में भीड़ को कंट्रोल करने में विफल साबित हुई है.नतीजा यह है कि मुंबई में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ कर 5 हजार के पार पहुंच गयी है.कोरोना से अब तक लगभग 200 की मौत हो चुकी है. सरकार की लाचारी की वजह से पब्लिक परेशान है. लोग कोरोना के हॉटस्पॉट इलाकों में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करने की मांग कर रहे है.लोगों का कहना है कि पैरामिलिट्री फोर्स ही भीड़ को कंट्रोल कर सकती है.सरकार पर मरीजों के आंकड़े छुपाने के भी आरोप लग रहे हैं.
मुंबई मनपा क्षेत्र के 8 प्रशासनिक वार्डों में कोरोना पीड़ितों की संख्या 200 से अधिक है.दक्षिण मुंबई के जी उत्तर वार्ड को छोड़ सबसे अधिक कोरोना के मरीज ई वार्ड के भायखला, नागपाड़ा, मदनपुरा, रे रोड, माझगांव जैसे इलाके में हैं.एल वार्ड के कुर्ला, साकीनाका व आस पास के इलाकों में अब तक सवा तीन सौ से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है. शिवाजीनगर, गोवंडी, चिताकैंप के साथ ही धारावी में भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.तुर्रा यह कि इन इलाकों में लॉकडाउन का कोई मतलब ही नहीं है.रमजान महीने में लोग बेधड़क खरीददारी के लिए निकल रहे हैं.कुर्ला, साकीनाका, खैरानी रोड, नेताजी नगर, खाड़ी नंबर 3,गोवंडी,बांद्रा के विभिन्न इलाकों, मालाड के मालवणी, जोगेश्वरी, ठाणे के मुंब्रा, रबोड़ी जैसे इलाकों में यह मालूम ही नहीं पड़ता है कि देश में महामारी जैसी हालात है और सरकार ने लॉकडाउन घोषित किया है.
मुंबई में हर रोज बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या एवं लॉकडाउन का अनुपालन नहीं होने से लोग सकते में हैं.बहुत से लोगों का यह भी कहना है कि सरकार मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या छुपा रही है.राज्य में तीन दलों की मिली जुली सरकार है.कांग्रेस एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दबाव में सरकार खुद को सेक्युलर दिखाना चाहती है.जिसकी वजह से पुलिस लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती नहीं बरत पा रही है.लोग कोरोना के हॉट स्पॉट इलाके में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती चाहते हैं जिससे लॉकडाउन का मंसूबा सफल हो सके.