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वर्धा : कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सभी ओर पूरा जनजीवन प्रभावित हो गया है. सरकार ने इसका प्रादुर्भाव रोकने के लिए लाकडाउन घोषित कर दिया है. परंतु लाकडाउन का असर सभी वर्ग के लोगों को पर होने से उसका सभी को भारी नुकसान चुकाना पड़ा रहा है. यह एजेंट विविध बैंकों में कमीशन बेसिस पर काम करते हैं. परंतु कोरोना वायरस के चलते फिलहाल सभी दूकानें, प्रतिष्ठान बंद होने से इन एजेंटों का डेली कलेक्शन बंद हो गया है. परिणाम स्वरुप कमीशन मिलना भी बंद होने से इन बैंक एजेंटों पर बेरोजगारी की नौबत आन पड़ी है. सभी बैंक एजेंटों के जरिए डेली कलेक्शन का काम करते हैं. इन एजेंटों को कमीशन पर रखा जाता है. परंतु लाकडाउन की स्थिति में सबकुछ ठप होने से डेली कलेक्शन भी बंद है. परिणाम स्वरुप अब कलेक्शन ही नहीं होने से कमीशन मिलना भी बंद है. ऐसे में इन बैंक एजेंटों पर बेरोजगार होने की नौबत आन पड़ी है.

स्थानीय वर्धा नागरी बैंक के एजेंट संजय कोरडे ने बताया कि लाकडाउन के चलते काफी समस्या निर्माण हुई है. नागरी बैंक के अनेक एजेंट कार्यरत है. लेकिन किसी को भी आईकार्ड नहीं मिला है, जिससे घर से बाहर निकले तो पुलिस के डंडे खाने पड़ रहे है. डेली कलेक्शन बंद होने से एजेंटों को कमीशन मिलना बंद हो गया है, जिससे बेरोजगारी की नौबत आन पड़ी है. ऐसे समय में बैंक मैनेजमेंट को ध्यान देने की जरूरत है, मगर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

वर्धा नागरी बैंक के एजेंट राधाकिसन राठी ने कहा कि लाकडाउन के चलते समस्या ही समस्या निर्माण हुई है. सभी प्रतिष्ठान बंद होने से डेली कलेक्शन का काम ठप पड़ा है. सिर्फ किराना दूकानों से कलेक्शन आ रहा है, ऐसे में परिवार का गुजारा होना मुश्किल है.

वर्धा नागरी बैंक के एजेंट चेतन पारेख ने कहा कि मार्केट बंद होने से कलेक्शन नहीं के बराबर है. सिर्फ किराना दूकानों से कलेक्शन शुरू है. इस कारण कमीशन मिलना बंद हो गया है. ऐसे में बैंक को ही हमारी समस्या समझकर सहायता करनी चाहिए.

वर्धा नागरी सहकारी अधिकोष के एजेंट किशोर झाडे ने कहा कि डेली कलेक्शन बंद होने से काफी समस्या निर्माण हुई है, जिससे गुजारा होना मुश्किल है. ऐसे में बैंक को सहायता करते हुए साल का एवरेज निकालकर कमीशन देने की जरूरत है.

नागरिक बैंक पुलगांव के एजेंट अनिल लेकुरवाले ने कहा कि लाकडाउन के चलते रोजीरोटी मिलना ही बंद हो गया है. काफी समस्या निर्माण हुई है. कमीशन नहीं मिल रहा है. गुजारा कैसे करें, यह समस्या है. प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है.

वर्धा के सन्मति नागरी बैंक के एजेंट मनोज आनपान ने कहा कि डेली कलेक्शन बंद होने से हमारी आय ही बंद हो गई है. अभी कुछ दिनों में हालात नही संभले, तो आगे गंभीर स्थिति निर्माण होगी. सरकार द्वारा सभी को मदद दी जा रही है. हमें भी मदद मिले, यही अपेक्षा है.

 पुलगांव के विवेकानंद बैंक के एजेंट विशाल घोपाडे ने कहा कि मार्केट बंद होने से काफी समस्या है. वैसे अभी सुरक्षा के दृष्टिकोण से हम घर में ही है, जिससे हमारी जरूरतें कम हो गई है. इसके बावजूद काफी दिक्कतें आ रही है. परंतु देश पर आया संकट गंभीर होने से घर में ही रहकर खुद की सुरक्षा करना बेहतर है.

 पुलगांव स्थित विवेकानंद नागरी बैंक के एजेंट तानाजी पवार ने बताया कि, कमीशन आना बंद होने से काफी परेशानी हो रही है. अब तक ठिक था, परंतु आगे घर परिवार का उदरनिर्वाह कैसे करे, ऐसी अनेक समस्या है. इस पर प्रशासन, बैंक को ध्यान देने की जरूरत है.

 देवली स्थित बुलढाणा अर्बन को-आप सोसाइटी के एजेंट नीलेश वैद्य ने कहा कि हमारा व्यवसाय पूरी तरह से बाजार पर निर्भर रहता है. दूकानदारों से वसूली हुई तो ही कमीशन मिलता है. विगत 15 दिनों से वसूली व्यवसाय ठप हो गया है. ऐसे में आगामी कितनों दिनों तक ऐसा रहेगा, इस बात से चिंता बढ़ गई है.

 देवली के निर्मल उज्ज्वल को-आप सोसाइटी के एजेंट संतोष बियाला ने बताया कि दैनिक वसूली हमारे उदरनिर्वाह का एकमात्र साधन है. वसूली किए बगैर कमीशन नहीं मिलता, जिससे अब चिंता बढ़ गई है. लाकडाउन का समर्थन है, परंतु जिस परिसर में कोरोना वायरस का प्रादुर्भाव नहीं, वहां बाजार सर्वसामान्य नागरिकों के लिए खुला करने की जरूरत है.

 हिंगनघाट स्थित महाराष्ट्र पतसंस्था के एजेंट मोहन दुब्बानी ने कहा कि मार्केट बंद होने से वसूली बंद है. ऐसे में कमीशन मिलना बंद हो गया है. परंतु यह वैश्विक आपत्ति है. इसमें सहयोग देना हमारा कर्तव्य है. वैसे भी ऐसी ही क्यों ना हो, परंतु रोजमर्रा के कामकाज से कुछ राहत मिल रही है.

 हिंगनघाट स्थित आदित्य अनघा के एजेंट संजय काले ने कहा कि हम लोगों की आय दूकानदारों द्वारा होती है. परंतु अब पूरा मार्केट बंद होने से कमीशन मिलना बंद हो गया है. जिनका पूरा परिवार इसी कमीशन पर निर्भर है, उनके सामने काफी समस्या है. उन्हें राहत मिलनी चाहिए.

हिंगनघाट की आदर्श महिला पतसंस्था के एजेंट आचल थूल ने कहा कि कोरोना वायरस का संकट बड़ा है. परंतु इससे अधिक छोटे व्यवसायी, एजेंटों को काफी परेशानी हो रही है. मार्केट बंद होने से आय आना भी नहीं के बराबर है, जिससे अब कमीशन मिलना बंद है. ऐसे में परिवार का उदरनिर्वाह करना मुश्किल हो गया है.

वर्धा स्थित आदित्य अनघा के एजेंट प्रवीण डफरे ने कहा कि दैनंदिन पैसा बैंक में जमा करने पर हमें कमीशन मिलता है. इससे हमारे परिवार का उदरनिर्वाह होता है. परंतु लाकडाउन के चलते सबकुछ बंद होने से काफी समस्या निर्माण हो रही है. प्रशासन द्वारा हमें राहत मिलनी चाहिए.

आदित्य अनघा मल्टी क्रेडीट को-आप़ बैंक के प्रबंधक सचिन अहिरराव ने बताया कि डेली कलेक्शन के भरोसे बैंक के अधिकांश दैनंदिन व्यवहार चलते है़ कोरोना वायरस के चलते संपूर्ण व्यवहार प्रभावित हो गए है़ इसका असर बैंक की आर्थिक स्थिति पर होगा.

वर्धा नागरी बैंक के छत्रपति शिवाजी महाराज चौक शाखा के प्रबंधक शिवाजी अडसड ने बताया कि बैंक के विविध एजेंट प्रतिदिन वसूली करते है. लेकिन गत 20 दिनों से उनकी वसूली में 90 प्रतिशत की कमी आयी है. इसका असर बैंक के कोष पर भी पड़ा है. यह संकट और एक से दो माह तक रहनेवाला है, जिससे बैंक के कामकाज पर बुरा असर पड़ेगा.


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