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मुंबई : राज्य में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के जांचने का काम अटक गया है। इसके लिए शिक्षकों को लॉकडाउन के खत्म होने का इंतजार है। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉक डाउन की घोषणा के बाद बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिका जांचने के लिए शिक्षकों को आदेश नहीं मिल पाए हैं। शिक्षा विभाग ने परिपत्रक जारी कर कहा है कि लॉकडाउन के खत्म होते ही शिक्षक स्कूल में आईं उत्तर पुस्तिकाओं को मुख्याध्यापक से लेकर जांचें। शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाएं घर ले जाकर जांचने की अनुमति है।

सूबे में बोर्ड की बारहवीं की परीक्षाएं पहले ही खत्म हो गई है, जबकि दसवीं का एक पेपर होना अभी बाकी है। जिन विषयों के पेपर हो चुके हैं, उनकी उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के लिए कई स्कूलों में लॉक डाउन की घोषणा होने तक पहुंची ही नहीं थीं। ऐसे में जैसे ही लॉक डाउन खत्म होगा, वैसे ही पेपर के बंडल स्कूलों तक पहुंचाए जाएंगे। फिर यह उत्तर पुस्तिकाएं बोर्ड की तरफ से नामांकित स्कूल के शिक्षकों को दी जाएंगी। वैसे नियमों के तहत यह उत्तर पुस्तिकाएं स्कूल में ही जांची जानी चाहिए, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने घर पर उत्तर पुस्तिकाएं ले जाकर जांचने की छूट दी है।

उत्तर पुस्तिकाओं को घर पर ले जाकर जांचने की छूट से उनका कोई दुरुपयोग नहीं हो सकता है। एक शिक्षक के मुताबिक, बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं पर बार कोड लगा होता है। इससे यह पता नहीं चल सकता है कि कौन से क्षेत्र के परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं हैं। शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाएं मिलने पर जल्द से जल्द जांच कर स्कूल में जमा करना होगा। एक मॉडरेटर ने बताया कि बारहवीं के जो पेपर पहले हुए हैं, उनको जांचा जा चुका है। उनका मॉडरेशन का काम शुरू है।

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लॉक डाउन की घोषणा से पहले भूगोल के एक पेपर को छोड़कर सभी विषय की परीक्षाएं हो चुकी हैं। बोर्ड ने कहा है कि इस विषय की परीक्षा की तिथि के बारे में 15 अप्रैल के बाद फैसला लिया जाएगा। इस विषय की परीक्षा को लेकर विद्यार्थी और उनके अभिभावकों में असमंजस की स्थिति है। उन्हें लगता है कि कोरोना वायरस के चलते संभवतः बोर्ड भूगोल की परीक्षा न लें और अन्य विषयों में मिले अंकों के आधार भूगोल में अंक देकर रिजल्ट घोषित कर दे। इस पर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, भूगोल विषय की परीक्षा की तिथि को लेकर लॉक डाउन के बाद निर्णय लिया जाएगा। अभी तो स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

राज्य में जिन दो कक्षाओं की परीक्षाएं आयोजित की जानी है, वे हैं नौवीं और ग्यारहवीं। दोनों कक्षाओं की परीक्षा बोर्ड की परीक्षाओं के बाद स्कूलों और जूनियर कॉलेजों की तरफ से आयोजित की जाती हैं। इसीलिए स्टेट बोर्ड के स्कूलों में अब तक परीक्षाएं शुरू नहीं हो पाई हैं। लॉक डाउन खत्म होने के बाद यह परीक्षा आयोजित की जा सकती हैं। स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग बाद में अन्य विकल्पों पर भी विचार कर सकता है।




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