मां-बेटे को धारदार हथियार से काट डाला, बंद फ्लैट से मिले दोनों के शव
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में धारदार हथियार से एक विधवा महिला और उसके 12 साल के बेटे की हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मंगलवार सुबह बंद फ्लैट से दोनों के शव बरामद किए हैं। पुलिस ने इस मामले में हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, पूजा (36 साल) अपने बेटे हर्ष (12 साल) के साथ जहांगीरपुरी स्थित के ब्लॉक के फ्लैट में रहती थी। उसके पति राजू की ढाई साल पहले मौत हो गई थी। वहीं, बी ब्लॉक में पूजा के मायके वाले भी रहते हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार सुबह करीब दस बजे पूजा के फ्लैट के ऊपर रहने वाला युवक जब नीचे उतरा तो उसे बदबू महसूस हुई। फिर उसने पुलिस और पूजा के भाई बंटी को इसकी जानकारी दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि एक कमरे में हर्ष का शव बेड पर खून से लथपथ पड़ा है। फिर पुलिस ने दूसरे कमरे पर लगे ताले को तोड़ा तो फर्श पर पूजा का शव पड़ा था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूजा की पीठ पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। वहीं हर्ष के गले को रेता गया था। यह वारदात 16 जनवरी के आसपास की है। उन्होंने बताया कि जिस तरह से वारदात हुई है उससे ऐसा लग रहा है कि हमलावर, पूजा की जान-पहचान का था। उसने पहले पूजा की पीठ में धारदार हथियार से वारकर हत्या की और फिर कमरे में ताला लगा दिया। फिर दूसरे कमरे में सो रहे उसके बेटे की गला रेतकर हत्या कर दी। बी ब्लॉक में पूजा के मायके वाले रहते हैं। पूजा के भाई बंटी ने बताया कि 15 जनवरी को उनकी बेटी का जन्मदिन था, तब पूजा अपने बेटे के साथ उनके घर आई थी। तब सारे नाते-रिश्तेदार जमा हुए थे। वहीं पूजा की मां सुमन ने बताया कि वह 16 जनवरी को अपनी बेटी से मिलने के लिए गई थीं। फिर देर रात को उन्होंने पूजा को फोन भी किया, लेकिन उसका फोन बंद जा रहा था। फिर वह अपने काम में व्यस्त हो गईं। अब बेटी और नाती के मरने की खबर मिल रही है।
पूजा की शादी 13 साल पहले करमपुरा निवासी विजय से हुई थी। इस शादी से बेटा हर्ष पैदा हुआ था। लेकिन पति-पत्नी में अनबन होने के कारण पूजा ससुराल छोड़कर जहांगीरपुरी आ गई। फिर छह साल पहले उसने राजू नाम के युवक से दूसरी शादी कर ली। राजू के पास चार पांच रिक्शे थे जिसके किराये से घर चलता था। उसने जहांगीरपुरी में 25 गज का फ्लैट भी ले रखा था। लेकिन राजू को टीबी की बीमारी के कारण रिक्शे बेचने पड़ गए। फिर उसकी मौत हो गई। बंटी ने बताया कि पहले पूजा किसी कम्पनी में काम करती थी। फिर बंटी के जमा रुपयों को वह सूद पर उधार देने लगी। फिर इससे गृहस्थी की गाड़ी चलने लगी। उसने बेटे के उज्जवल भविष्य के लिए उसका दाखिला निजी स्कूल में कराया था। साथ ही अच्छी आमदनी होने पर उसने अपने फ्लैट से सटा दूसरा 25 गज का फ्लैट भी खरीद लिया था। साथ ही वह दिन रात मेहनत कर रुपये जोड़ रही थी ताकि बेटे का दाखिला बोर्डिंग स्कूल में करा सके। बंटी ने बताया कि उसकी बहन ने कभी भी उन लोगों से सहायता नहीं मांगी और वह अपने बलबूते बेटे को पाल रही थी।
फिलहाल इस मामले में पुलिस ने हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार रुपयों के लेन-देन, अवैध संबंध और देहव्यापार से इस हत्या के तार जुड़े हो सकते हैं। दरअसल, परिजनों के अनुसार पूजा सूद पर रुपये देते थी इसलिए ऐसी सम्भावना जताई जा रही है कि किसी ने रुपये लौटाने से बचने के लिए हत्या करदी हो। वहीं दूसरा एंगल अवैध संबंध का भी आ रहा है। परिजनों ने बताया कि चार साल पहले पूजा की दोस्ती नरेला के रहने वाले प्रवीन नाम के युवक से थी। प्रवीन जबरन पूजा से रिश्ता बनाना चाह रहा था। विरोध करने पर उसने पूजा के घर पर हमला भी कर दिया था। इस मामले में पूजा की शिकायत पर प्रवीन को जेल भी जाना पड़ा था। सूत्रों के अनुसार जहांगीरपुरी इलाके में स्थानीय स्तर पर देहव्यापार के कई गिरोह संचालित हो रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि पूजा को किसी गिरोह के बारे में जानकारी मिल गई हो और अपनी पहचान छिपाने के लिए उसकी हत्या कर दी गई हो। पुलिस इन सभी एंगल से जांच कर रही है। वहीं बुधवार को शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा।