मुंबई : बिना बिजली, पानी के हैं म्हाडा के नए घर
मुंबई : महाराष्ट्र गृहनिर्माण व क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) ने विरार में बड़ी संख्या में इमारत बनाई हैं। इसके लिए लॉटरी निकालकर विजेताओं को पूरा पैसे लेकर विरार-बोलिंज में घर दिए हैं। अब विजताओं का आरोप है कि इन घरों में पानी के लिए नल का कनेक्शन नहीं है। बिजली, सफाई की समस्याएं हैं और इमारतों की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं है। इसकी शिकायत करने के बावजूद म्हाडा और स्थानीय प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। इसीलिए विजेताओं को मजबूरन आंदोलन करने के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है। उनके मुताबिक, अब वे अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। म्हाडा के कोकण बोर्ड ने 2014, 2016 और 2018 में विरार-बोलिंज में बने घरों के लिए लॉटरी निकली थी। म्हाडा प्रशासन ने विजेताओं से पूरी राशि वसूलकर घरों का कब्जा दिया है। विजेताओं को उम्मीद थी कि म्हाडा के बनाए हुए घरों में सुविधाएं अच्छी होगी। उन्हें बिजली और पानी की कोई समस्या नहीं आएगी, सफाई का विशेष ख्याल रखा जाएगा, लेकिन उनके उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
निवासियों के मुताबिक, लॉटरी लगने पर उन्हें अपने घरों के लिए म्हाडा कार्यालय का बहुत चक्कर लगाना पड़ा था। हर दिन उन्हें अलग-अलग कारणों से वापस लौटा दिया जाता था। इसके बाद जब म्हाडा ने घरों का कब्जा देना शुरू किया, तभी से कई विजेताओं ने अधूरे काम की शिकायत की थी। आज भी परिसर में बिजली, पानी, कचरे आदि की समस्या है। इससे परिसर में रहने वाले लगभग डेढ़ हजार घर मालिकों को असुविधा हो रही है। इसे देखते हुए कई लोग अपने सपनों के घर में आने से भी कतरा रहे हैं। इन्हीं मुद्दों को लेकर निवासियों ने रविवार को म्हाडा और स्थनीय निकाय के खिलाफ आंदोलन किया। विजेताओं के मुताबिक, जब घर का कब्ज़ा मिलने के बाद म्हाडा के अधिकारियों के सामने पानी-बिजली आदि की समस्या को उठाया गया था, तभी अक्टूबर 2019 तक महानगर पालिका का नल कनेक्शन देने का आश्वासन मिला था। दिसंबर के दो सप्ताह बीत गए हैं, लेकिन अब तक नल कनेक्शन का अता-पता नहीं है। म्हाडा ने अपने बनाए घरों में बिना बुनियादी सुविधा दिए विजेताओं से एक साल का अडवांस मेनटिनेंस भी लिया है। हर विजेता को कब्ज़ा लेने से पहले म्हाडा के पास 2 से 3 हजार रूपये प्रतिमाह के हिसाब से एक साल का जमा करना पड़ा है। इसके बावजूद समस्याएं हैं। जब म्हाडा को पता था कि वहां पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने में देरी होगी, तो उसने घरों के लिए लॉटरी निकालने में जल्दबाजी क्यों की?