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गाजियाबाद: गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुधीर कुमार सिंह के पीआरओ ने भ्रष्ट थानेदारों को तैनाती देने के लिए आला अधिकारियों को घेरा था. पीआरओ ने एक वॉट्सएप ग्रुप में मैसेज पोस्ट कर जो आरोप लगाए थे, उसके बाद एसएसपी एक्शन में आ गए हैं. एसएसपी ने उस मामले की जांच के आदेश देने के अगले ही दिन भ्रष्टाचार के आरोपी पुलिसकर्मियों पर इनाम घोषित कर दिया है.

एसएसपी ने इंदिरापुरम के पूर्व कोतवाल दीपक शर्मा, इंस्पेक्टर संदीप कुमार और सब इंस्पेक्टर सचिन कुमार पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है. यह तीनों पुलिस अधिकारी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत इंदिरापुरम कोतवाली में दर्ज मुकदमे में वांछित हैं. इनके खिलाफ गिरफ्तार किए गए जुआरियों और सटोरियों को रिश्वत लेकर छोड़ने के आरोप लगे थे. इसी मामले में पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था.

यह मामला बीते 22 और 23 अक्टूबर का है. 22-23 अक्टूबर की रात को जुआरियों एवं सटोरियों को 14 लाख रुपये लेकर छोड़े जाने का मामला सामने आया था. इनके पास से चार लाख रुपये बरामद भी किये गए थे. इस मामले की जांच हुई और रिपोर्ट के आधार पर दीपक शर्मा के साथ ही तब शिप्रा सन सिटी चौकी के इंचार्ज रहे इंस्पेक्टर संदीप कुमार और एएसआई सचिन कुमार को भी लाइन हाजिर कर दिया गया था. एएसपी केशव कुमार ने इन अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. एसएसपी ने दीपक शर्मा को सस्पेंड कर दिया था.

एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के पीआरओ पंकज कुमार ने वॉट्सएप पर एक न्यूज ग्रुप में पोस्ट कर थानेदारों की ट्रांसफर-पोस्टिंग पर सवाल उठाए थे. कुमार ने भ्रष्ट थानेदारों को तैनाती दिए जाने का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया था. यह पोस्ट वायरल होने के बाद एसएसपी ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए थे. हालांकि कुमार ने बाद में अपने ही आरोपों का खंडन करते हुए इसे डिलीट करने की कोशिश में गलती से चला गया पोस्ट बताया था.


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