दिल्ली की कोर्ट के मजिस्ट्रेट अगले 2 दिन तक जेल में करेंगे सुनवाई
तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से अब तक दिल्ली की अदालतों का कामकाज सामान्य नहीं हो पाया है. पुलिस और वकीलों के बीच विवाद अब तक पूरी तरह सुलझा नहीं है. इसके चलते दिल्ली की अदालतों में अंडर ट्रायल मामलों की सुनवाई नहीं हो पा रही है. इसके चलते दिल्ली कोर्ट के ड्यूटी मजिस्ट्रेट जेलों में जाकर मामलों की सुनवाई कर रहे हैं. सोमवार और मंगलवार को भी अंडर ट्रायल कैदी दिल्ली की सभी 6 जिला कोर्ट में सुरक्षा कारणों से पेश नहीं होंगे. लिहाजा सोमवार और मंगलवार को भी सभी 6 कोर्ट के ड्यूटी मजिस्ट्रेट तिहाड़, रोहिणी और मंडोली जेल जाकर कैदियों की सुनवाई करेंगे. आपको बता दें कि इस महीने के शुरुआत में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. इसमें कई पुलिस कर्मी और वकील घायल हो गए थे. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट में फायरिंग भी की थी. इसके बाद वकीलों ने भी पुलिसकर्मियों से मारपीट की थी.
इस हिंसक झड़प को लेकर दिल्ली पुलिस के खिलाफ वकील सड़कों पर आ गए थे और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं, पुलिस कर्मियों ने भी वकीलों के खिलाफ धरना दिया था और नारेबाजी की थी. इसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान लिया था और तीस हजारी हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे. हालांकि इसके बावजूद दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच तनाव कम नहीं हुआ और वकील लगातार विरोध प्रदर्शन करते रहे. इसके बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने जिला बार एसोसिएशन के साथ बैठक की और विरोध हड़ताल वापस लेने की अपील की. इस दौरान बार काउंसिल ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया. इसके बाद वकीलों ने अपनी हड़ताल 10 दिन के लिए टालने का ऐलान किया था. वहीं, दिल्ली के हड़ताली वकीलों का देश के कई राज्यों की बार एसोसिएशन का समर्थन मिला.