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मुंबई : गरीबी हटाओ अभियान के बहाने कुछ अनजान लोगों ने पवई में रहने वाली 45 वर्षीय एक महिला से करीब 46 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी खुद को समाजसेवक और आरबीआई अधिकारी बताते थे। पुलिस के अनुसार, अंधेरी के मरोल में रहने वाली समंथा गोम्स को अगस्त में मोबाइल पर एक संदेश आया। संदेश भेजने वाले ने अपना नाम बेर्था मिलोन बताया। वह यूके का रहने वाला है। उसकी इच्छा है कि वह भारत में गरीबी उन्मूलन अभियान से जुड़ें। उसकी यूके स्थित रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड में 2.5 मिलियन पौंड जमा है। इस रकम को वह भारत में गरीबों पर खर्च करना चाहता है, मगर आरबीआई उसके पैसों को क्लियर नहीं कर रहा है। उन्हें भारतीय मुद्रा चाहिए। यह संदेश मिलने के बाद गोम्स यूके वाले मिलोन के झांसे में आ गई।

मिलोन ने गोम्स से कहा कि इस रकम के बारे में उसको भारत के दिल्ली स्थित आरबीआई ऑफिस से बैंक अधिकारी अनिता कॉल करेंगी। गोम्स को मिलोन की बातों पर यकीन हो गया। उसको अनिता का फोन आया। अनिता ने इतनी रकम जारी करने के लिए 28 हजार रुपये की मांग की, जिसे गोम्स ने जमा कर दिया। इस तहर से अनिता की बातों पर भरोसा कर गोम्स ने उसको समय-समय पर करीब 45 लाख 69 हजार रुपये विभिन्न बैंक खाते में जमा कर दी। पीड़ित गोम्स के अनुसार, अचानक एक दिन अनिता का फोन बंद बताने लगा। काफी कोशिश के बाद भी जब उसका अनिता से संपर्क नहीं हुआ तो उसको ठगे जाने का अहसास हुआ। इसके बाद उसने पवई पुलिस का रुख किया। पवई पुलिस धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर घटना की जांच कर रही है।


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